नई दिल्ली (एएनआई)। इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट बल्ले से कहर ढाए हुए हैं। साल 2021 उनका सर्वश्रेष्ठ रहा है, जिसमें बल्लेबाज ने 64 से अधिक के औसत से 228 के उच्चतम स्कोर के साथ छह शतकों के साथ 1600 से अधिक रन बनाए। रूट इंग्लैंड की बल्लेबाजी की रीढ़ रहे हैं क्योंकि उनकी टीम की पूरी बल्लेबाजी उन्हीं के इर्द-गिर्द घूमती है। इस कैलेंडर ईयर में उनका प्रदर्शन न केवल घर पर बल्कि उपमहाद्वीप के हालात में भी आया है। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने श्रीलंका के खिलाफ श्रीलंका के खिलाफ 106.50 की औसत से 426 रन बनाए और भारत के खिलाफ 4 टेस्ट में 46 की औसत से 368 रन बनाए।

लगातार चल रहा है रूट का बल्ला
कुछ महीने बाद जब भारत ने इंग्लैंड का दौरा किया तो जो रूट ने एक बार फिर मिसाल कायम करते हुए 94 के अद्भुत औसत से तीन शतकों के साथ 564 रन बनाए। उपमहाद्वीप के साथ-साथ घर में भारत के खिलाफ बल्ले से रूट की वीरता के बावजूद इंग्लैंड भारत में 4 मैचों की श्रृंखला 1-3 से हार गया और घर में टेस्ट श्रृंखला में 1-2 की बढ़त हासिल की। इंग्लैंड के खराब प्रदर्शन का कारण इंग्लैंड के बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन था क्योंकि कप्तान रूट एक अकेली लड़ाई लड़ते रहे।

वर्ल्ड रिकाॅर्ड तोड़ने की ओर
जो रूट ने 2021 में बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया है और एक कैलेंडर वर्ष में सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, रिकी पोंटिंग और माइकल क्लार्क जैसे दिग्गजों की तुलना में अधिक रन बनाए हैं। वह 2008 में ग्रीम स्मिथ के बाद एक कैलेंडर वर्ष में 1600 से अधिक टेस्ट रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी भी हैं। यदि इंग्लैंड का टेस्ट कप्तान अपने शानदार फॉर्म के साथ जारी रहता है, तो वह एक कैलेंडर वर्ष में 1700 रन का आंकड़ा भी तोड़ सकता है, जो केवल वेस्टइंडीज के सर विवियन रिचर्ड्स और पाकिस्तान के मोहम्मद यूसुफ द्वारा हासिल किया गया था।

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