RANCHI : सूरज से झारखंड को रौशन करने का सपना एक नया मुकाम हासिल करने वाला है। झारखंड रिन्यूबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (ज्रेडा) 1200 मेगावाट का ग्रिड कनेक्टेड सोलर पावर प्लांट बनाएगी। यह उत्तरी भारत का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट होगा। इसके चालू होने के बाद झारखंड को दूसरे राज्यों से बिजली खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस प्लांट के लिए टेंडर जारी कर कंपनियों से रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल मांगा गया है। 15 दिसंबर को इसे लेकर प्री बीड मीटिंग होगी, जबकि अगले साल 12 जनवरी बीड डालने की अंतिम तारीख है।

25 साल का होगा करार

1200 मेगावाट के सोलर पावर प्लांट के लिए जिस कंपनी का चयन किया जाएगा, उसके साथ राज्य सरकार 25 साल का करार करेगी। इस दौरान कंपनी उत्पादित होने वाली बिजली सरकार को बेचेगी। कंपनी का झारखंड राज्य वितरण निगम के साथ भी एग्रीमेंट होगा। हालांकि, किस दर से सरकार बिजली खरीदेगी, इसका फैसला झारखंड ऊर्जा विकास निगम करेगी। कंपनियों से दो तरह के सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए प्रपोजल मांगे गए हैं। इसमें एक प्लांट 25 मेगावाट का होगा, जबकि दूसरा 500 मेगावाट का।

चाहिए पांच हजार एकड़ जमीन

1200 मेगावाट सोलर पावर प्लांट के लिए करीब पांच हजार एकड़ जमीन की जरूरत पड़ेगी। ज्रेडा के एक पदाधिकारी ने बताया कि एक मेगावाट के सोलर पावर प्लांट के लिए लगभग चार एकड़ जमीन की जरूरत पड़ती है। ऐसे में 1200 मेगावाट के सोलर पावर प्लांट के लिए पांच हजार एकड़ जमीन चाहिए। जिन कंपनियों ने सोलर पावर प्लांट के लिए प्रपोजल दिया है, वे खुद जमीन की तलाश कर रही हैं। वैसे पहाड़ों पर सोलर पैनल लगाने की संभावनाएं तलाशी जा रही है, ताकि जमीन अधिग्रहण व विस्थापन की समस्या पैदा नहीं हो।

कई कंपनी दे चुकी है प्रपोजल

झारखंड में साल में औसतन 300 दिन धूप रहती है। ऐसे में यहां सौर ऊर्जा के विकास की काफी संभावनाएं हैं। ऐसे में सोलर पावर प्लांट के लिए कई कंपनी पहले ही प्रपोजल दे चुकी है। सरकार ने तीन कंपनियों के साथ एमओयू किया गया है। इसके तहत केइएमपी ग्रीन एनर्जी ने एक हजार मेगावाट के पावर प्लांट लगाने का प्रस्ताव दिया है, जिस पर 10752 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। कंपनी ने 8.50 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली देने की बात कही है। वहीं, फैंसा ने 100 मेगावाट के पावर प्लांट लगाने का प्रस्ताव दिया है। इसके अलावा ब्लू चीप ने सौ मेगावाट और सेन्फ्र ा ने 250 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट लगाने का प्रस्ताव दिया है।

सोलर पावर प्लांट के लिए मिले प्रस्ताव (बॉक्स)

कंपनी क्षमता (मेगावाट में)

फैंसा, हैदराबाद 100

ब्लूचिप मारकॉम, कोलकाता 100

सेनफ्रा, हरियाणा 250

केइएमपी ग्रीन एनर्जी, हैदराबाद 1000

वेल्सपन 100

एक्मे पावर 100

एस्सेल इंफ्रा 100

मिनर्वा 05

इस्ट सोलर 01

इन कंपनियों से हो चुका है एमओयू

हिंदुस्तान पावर 100 मेगावाट

मिलिनियम पावर 10 मेगावाट

एक्मे पावर 50 मेगावाट

लग चुके हैं ये सोलर पावर प्लांट

देवघर में दो-दो मेगावाट के सात प्लांट

खरसांवा में दो मेगावाट का एक प्लांट