नई दिल्ली (पीटीआई)। Nirbhaya Case: हाल ही में निर्भया सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले में फांसी की सजा पाए चार दोषियों का डेथ वारंट इश्‍यू करने वाले सेशन जज का तबादला कर दिया गया है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सतीश कुमार अरोड़ा को एक साल के लिए प्रतिनियुक्ति के आधार पर अतिरिक्त रजिस्ट्रार के रूप में सुप्रीम कोर्ट में स्थानांतरित किया गया है, रजिस्ट्रार जनरल, दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा जिला न्यायाधीश, पटियाला हाउस कोर्ट को इस संबंध में पत्र भेजा गया है।

नए न्‍यायाधीश को सौंपे जाएंगे मामले
अपने स्थानांतरण से पहले, अरोड़ा निर्भया बलात्कार मामले और दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ द्वारा दर्ज किए गए मामलों सहित अन्य मामलों की सुनवाई कर रहे थे। इस मामले को जल्द ही नए न्यायाधीश को सौंपा जाएगा, जो ट्रायल कोर्ट में निर्भया कांड से संबंधित किसी भी दलील की सुनवाई का हकदार होगा। 20 जनवरी को दिए गए पत्र में अरोड़ा को तुरंत राहत देने की मांग की गई है। 'मुझे यह कहने के लिए निर्देशित किया गया है कि मुख्य न्यायाधीश (दिल्ली उच्च न्यायालय के), उच्च न्यायिक सेवा के अधिकारी सतीश कुमार अरोड़ा, को अतिरिक्त रजिस्ट्रार, भारत के सर्वोच्च न्यायालय में प्रतिनियुक्ति के आधार पर आरंभ में एक वर्ष की अवधि के लिए नियुक्त करते हुए प्रसन्‍नता हो रही है।' 'इसलिए, मैं आपसे सतीश कुमार अरोड़ा को तुरंत कार्य मुक्‍त करने का अनुरोध करता हूं, ताकि वह अपने नए कार्यभार को ग्रहण कर सकें।' संयुक्‍त रजिस्‍ट्रार अनिल कुमार अरोड़ा ने दिल्‍ली उच्‍च न्‍यायालय के रजिस्‍ट्रार जनरल की ओर से लिखे पत्र में कहा।



1 फरवरी को दोषियों को दी जानी है फांसी
अदालत द्वारा पारित अंतिम आदेश के अनुसार, सभी चार दोषियों- विनय शर्मा (26), अक्षय कुमार सिंह (31), मुकेश कुमार सिंह (32) और पवन (25) को 1 फरवरी को सुबह 6 बजे फांसी पर लटकाया जाना है। एक 23 वर्षीय पैरा मेडिकल स्‍टूडेंट जिसे निर्भया बुलाया जाता है के साथ 16-17 दिसंबर, 2012 की रात को दक्षिणी दिल्ली में चलती बस में छह लोगों द्वारा सामूहिक बलात्कार और बर्बरतापूर्वक हमला किया गया व बाद में सड़क पर फेंक दिया गया।

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