- एक घंटे तक चला पूरा ड्रामा

- बेटे ने कर लिया था आत्मदाह

Meerut: बेटे की मौत से गमजदा एक पिता पिछले डेढ़ वर्षो से कलेक्ट्रेट में धरना दे रहा था। बुधवार को उसका सब्र का बांध टूट पड़ा और वह न्याय की गुहार लगाते हुए पानी की टंकी पर चढ़ गया। जिससे प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया। सभी उसे मनाने पहुंच गए। लेकिन वह नहीं माना। वह जल्द जांच करने और आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर कूदने की धमकी देने लगा। काफी समझाने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों व कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों ने उस पर काबू पाया। उसे नीचे उतारने के बाद थाना पुलिस साथ लेकर चली गई।

बेटे ने कर लिया था आत्मदाह

कंकरखेड़ा के दायमपुर निवासी अशोक के नाबालिग बेटे विपिन को 1 जुलाई 2014 को कंकरखेड़ा थाना की पुलिस ने चोरी के इल्जाम में हिरासत में लिया था। जिसके दो दिन बाद विपिन ने घर आने पर मिट्टी का तेल छिड़कर आत्मदाह कर लिया था। अशोक ने पुलिस पर गलत इलजाम लगाने और बेटे पर थर्ड डिग्री टॉर्चर करने का आरोप लगाया था। आरोपी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग की थी। अधिकारियों के चक्कर काटने के बावजूद घटना की जांच नहीं कराई गई। जिस वजह से अशोक पिछले डेढ़ वर्षो से कलेक्ट्रेट में न्याय की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए थे।

टंकी पर चढ़कर मांग करने लगा

बुधवार को दोपहर कमिश्नरी चौराहे पर स्थित पानी की टंकी पर अशोक अचानक चढ़ गया। वह सीढ़ी के रास्ते चढ़ा और किसी ने उसे नहीं देखा। जब वह टंकी की ऊंचाई पर पहुंच गया तो वहीं से न्याय की गुहार के लिए चिल्लाने लगा। लोगों की नजर पहुंची तो वहां पर अफरा-तफरी मच गई। सूचना पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई। उनके हाथ-पांव फूल गए। थाना पुलिस समेत कलेक्ट्रेट के प्रशासनिक अफसर वहां पहुंच गए। वे अशोक को नीचे उतरने को कह रहे थे, लेकिन अशोक की मांग थी कि दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

कूदने की धमकी दी

अशोक बार-बार यही धमकी दे रहा था कि उसे न्याय नहीं मिला तो वह कूद कर अपनी जान दे देगा। कई बार उसने कूदने के लिए कदम बढ़ाए भी तो इधर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी व कर्मचारियों की सांसें फूल गई। उसे मनाने की भरसक कोशिश की गई। कुछ जानने वाले और कलेक्ट्रेट के कर्मचारी धीरे-धीरे सीढ़ी के सहारे ऊपर पहुंचने लगे। इस दौरान पुलिस उसे आश्वासन देने में जुटी रही। जब कर्मचारी उसके नजदीक पहुंचे तो वे भी मनाने लगे। करीब एक घंटे तक चले इस ड्रामे के बाद अशोक को नीचे उतारा गया। नीचे उतारने के बाद सिविल लाइंस थाना पुलिस उसे अपने साथ लेकर चली गई।

अपनी एक मांग को लेकर एक आदमी पानी की टंकी पर चढ़ गया था। सभी ने मिलकर प्रयास कर उसे सकुशल वापस उतार लिया है। अब स्थिति सामान्य है। उसे आश्वासन देकर शांत कर दिया गया है। फिलहाल उसे थाने में ही बिठा कर रखा है।

- एसके राणा, इंस्पेक्टर, सिविल लाइंस