इंट्रो- गर्मी की शुरूआत होते की पेय पदार्थो की डिमांड बढ़ जाती है। यही नहीं, धूप और गर्मी से निजक्तात पाने के लिए लोग गन्ने का जूस पीने के लिए लालायित रहते हैं। लेकिन शहर के विभिन्न इलाकों में बिक रहा जूस दरअसल, गंभीर बीमारी को न्यौता दे रहा है। डॉक्टरों की मानें तो गंदगी और खुले में बिक रहे ऐसे जूस कई गंभीर संक्रामक बीमारियों के भी कारण बन रहे हैं।

क्या है रोटा वायरस

- रोटा एक ऐसा वायरस है जिससे संक्रमित बीमारियां होती हैं। इसका आकार व्हील के समान होता है इसलिए इसे रोटा वायरस कहा जाता है।

- इस वायरस से डायरिया जैसी घातक बीमारी हो सकती है।

- यह सबसे ज्यादा शिशुओं और बच्चों में होता है।

- इसका प्रभाव तील वर्ष तक के बच्चों मे बड़ी तेजी के साथ होता है।

- रोटा वायरस डायरिया के अतिरिक्त तेज बुखार, उल्टी, दस्त पैदा करता है।

यूं फैलता है रोटा

रोटा वायरस बड़ी तेजी से फैलता है, खासकर बच्चों में, गंदे हाथों से खाना खाने से संक्रमण सांसों से भी होता है। कुछ कीट, मक्खियां गंदे स्थानों पर बैठती हैं और फिर खुले खाद्य पदार्थो पर। इसके जरिए वायरस खुले में प्रयोग हो रहे गन्ने के जूस, आम का जूस, गाजर व चुकंदर के जूस आदि द्वारा बड़ों प बच्चों में पहुंच जाता है।

इस तरह बचिए

- बाहरी खाद्य पदार्थो को एवॉयड करें।

- संक्रमण होते ही फौरन डॉक्टर को दिखाएं।

उसके बाद डायग्नोसिस कराएं।

जान भी जा सकती है

इस वायरस के पांच से दस छोटे पार्टिकल्स ही विभाजन द्वारा बड़ी तेजी से बढ़ते है और हजारों की तादाद में हो जाते हैं। यह रोटा वायरस गैस्टो एंटीटिस, उल्टियां, जलीय डायरिया और बुखार पैदा कर देता है। शरीर में काफी तेजी से पानी की कमी होने लगती है। इसके साथ इलेक्ट्रोलाइट्स के प्लाज्मा में कमी होने से मरीज की मौत हो जाती है।

सड़क पर फैली गंदगी

नालों से निकलने वाली गंदगी को 24 घंटे में उठाने का नियम है। जबकि नगर निगम द्वारा सप्ताह ही नहीं बल्कि उठाते ही नहीं है। नालों से निकलने वाली गंदगी दोबारा से हवा व वाहनों के माध्यम से नालों में पहुंच जाती है।

नहीं है चेकिंग का नियम

खुले में या फिर गंदगी के पास बेचने वाले गन्ने या फिर फलों के जूस को चेकिंग करने का निगम के पास कोई नियम नहीं है। नगर निगम की माने तो यह तो खाद्य विभाग का काम है।

नगर निगम को खुले में सामान या फिर जूस की बिक्री करने वालों के खिलाफ चेकिंग करने का कोई प्रावधान नहीं है।

डॉ। कुंवर सेन नगर स्वास्थ्य अधिकारी

गर्मियों में खुले में बिकने वाली चीजों को ना ही खरीदना चाहिए और जूस को तो खासतौर पर नहीं पीना चाहिए। इससे कई संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा रहता है। इससे जान भी जा सकती है।

डॉ। वीरोत्तम तोमर, फिजीशियन