RANCHI :रिम्स के बर्न वार्ड में दम तोड़ने के पहले कल्पना देवी ने चीख-चीख कर जो कुछ कहा, उसपर रांची पुलिस को यकीन नहीं है। पुलिस ने इसे महज दु‌र्व्यवहार और आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का एक मामूली केस मान लिया है, जबकि कल्पना ने अपनी मौत के पहले रिकॉर्ड किए गए वीडियो में साफ-साफ कहा है कि उसे इस हाल में पहुंचाने वाला मुकेश प्रजापति है। कल्पना के पुत्र और उसके पति ने यह वीडियो पुलिस को भी दिखाया, लेकिन केस दर्ज करने से लेकर अब तक की कार्रवाई में पुलिस जिस सुस्त चाल से चल रही है उससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं।

वह चीखती रही, नहीं पहुंची पुलिस

बताते चलें कि सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के इरगूटोली की रहनेवाली कल्पना ने बीते शनिवार की रात खुद पर केरोसिन उड़ेलकर आग लगा ली थी। उसे ं रिस में दाख्रिल कराया गया था, जहां रविवार की सुबह उसने दम तोड़ दिया। शनिवार की रात कल्पना सात घंटे तक पुलिस को बुलाने की गुहार लगाती रही। वह कहती रही कि वह मरने के पहले उस मुकेश के बारे में पुलिस को सब कुछ बताना चाहती है, जिसने उसके साथ यह सलूक किया है। उसके घरवाले फरियाद लेकर कभी बरियातू तो कभी सुखदेवनगर थाने की दौड़ लगाते रहे लेकिन पुलिस ने उन्हें दुत्कार कर वापस भेज दिया। थक-हार कर कल्पना के बेटे ने खुद उसकी बातें अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लीं। कल्पना के बेटे को लगा था कि यह वीडियो गुनहगार के खिलाफ अहम सबूत बनेगा और पुलिस उसकी मां के आखिरी शदों को सच मानकर आगे की कार्रवाई करेगी, लेकिन पुलिस ने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है जिससे यह भरोसा पैदा होता हो कि कल्पना देवी और उसके घरवालों को इंसाफ मिल पाएगा।

वीडियो में क्या कहा कल्पना ने

कल्पना के बेटे ने अपने मोबाइल फोन में मां का जो वीडियो रिकॉर्ड किया है, उसमें उसने बार-बार कहा है कि उसे इस हाल तक पहुंचानेवाला मुकेश है। उसने उसका अश्लील वीडियो बनाकर उसके साथ दुष्कर्म किया है। वह उसे बार-बार लैकमेल किया जा रहा था। उसने कहा कि वह भला ऐसे में जिंदा रहकर क्या करती, इसलिए उसने खुद को आग के हवाले कर दिया। उसकी मौत का गुनहगार मुकेश है, उसे हर हाल में सजा मिलनी चाहिए।

शुरुआत से मामले को हल्के में ले रही पुलिस

दरअसल, इस पूरे मामले को पुलिस शुरुआत से बेहद हल्के तौर पर ले रही है। सबसे पहली बात यह कि घरवालों की गुहार के बावजूद पुलिस कल्पना का फर्द बयान लेने नहीं पहुंची। कल्पना की मौत रविवार की सुबह हुई और बरियातू थाना के रिस कैंप में ड्यूटी पर मौजूद पुलिस पदाधिकारी पंचम कुमार उरांव दोपहर दो बजे के करीब उसके परिजनों का बयान लेने पहुंचे। यानी मौत के करीब पांच-छह घंटे बाद। कल्पना के पति और उसके पुत्र ने उन्हें मौत के पहले रिकार्ड किया वीडियो दिखाया, पर पुलिस ने सिर्फ यह बयान रिकार्ड किया कि कल्पना के साथ आरोपी मुकेश ने सिर्फ दु‌र्व्यवहार किया था। दुष्कर्म और लैकमेलिंग के आरोप बयान में दर्ज नहीं किए गए।

पुलिस ने शिकायत दर्ज होते ही फौरी कार्रवाई की होती तो शायद आरोपी एक्सिस बैंक का मैनेजर मुकेश प्रजापति गिरत में होता। लेकिन उसे फरार होने का भरपूर मौका मिला। कल्पना के घरवालों के मुताबिक मुकेश प्रजापति पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा का रहनेवाला है, लेकिन अब तक कोई टीम उसकी गिरतारी के लिए नहीं भेजी गई है।