feature@inext.co.inमुंबई (ब्यूरो)। कंगना रनौत को शुरू से ही बॉलीवुड की बोल्ड और बेबाक एक्ट्रेस में शुमार किया जाता है। मामला चाहे कोई भी हो, कंगना हमेशा अपनी बात को जोरदार ढंग से कहने में विश्वास रखती हैं। पिछले दिनों जब एक साक्षात्कार में रानी मुखर्जी से मी टू मूवमेंट पर विचार मांगे गए, तो 'मर्दानी' अभिनेत्री ने कहा था, 'मेरे विचार से एक महिला को अपने आप में इतना मजबूत होना चाहिए कि किसी भी मुसीबत की स्थिति में वह उसका विरोध कर सके। महिला के पास इतना साहस होना चाहिए कि वह खुद की सुरक्षा कर सके। उसे खुद की जिम्मेदारी स्वयं उठानी चाहिए।' रानी ने भले ही कुछ सोचकर ये बातें कही हों, लेकिन उनके फैंस को उनके विचार पसंद नहीं आए और परिणास्वरूप रानी जबर्दस्त रूप से ट्रोल की गईं। वैसे भी रानी के विचारों से बॉलीवुड की कुछ और अभिनेत्रियां भी सहमत नहीं थीं।

#metoo पर कंगना का करारा जवाब,महिलाओं को हतोत्साहित नहीं करना चाहिए16 साल की थी तो जीवन की पहली एफआईआर लिखवाई

ऐसे में जब कंगना रनौत से मी टू मूवमेंट पर उनके विचार पूछे गए, तो उन्होंने बेबाकी से जवाब दिया, 'जिन लोगों को मदद चाहिए, जिन्हें सशक्त करने की आवश्यकता है, हमें उन लोगों को अवश्य सशक्त करना चाहिए, लेकिन यदि हमारी सोसायटी रानी लक्ष्मीबाई जैसी नारी उत्पन्न कर सकती है, तो उस स्थिति में उन्हें हतोत्साहित नहीं करना चाहिए। यदि वे महिलाएं मजबूत हैं, तो हमें महिलाओं को हतोत्साहित नहीं करना चाहिए। मैं केवल 16 साल की थी, जब मैंने यौन प्रताड़ना के खिलाफ अपने जीवन की पहली एफआईआर लिखवाई थी। इसलिए मेरे विचार से जो लोग खुद के लिए खड़े हो सकते हैं, उन्हें हतोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए।' वैसे भी कंगना अपने कठोर शब्दों और निडर बातों के लिए जानी जाती है। फिर चाहे मुद्दा कोई भी हो। आजकल वह अपनी फिल्म 'मणिकर्णिका : द क्वीन ऑफ झांसी' के प्रोमोशन में लगी हैं।

#metoo पर कंगना का करारा जवाब,महिलाओं को हतोत्साहित नहीं करना चाहिए

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