कानपुर (ब्यूरो)। शुक्रवार सुबह कानपुर के नजदीक चौबेपुर के एक गांव में पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। पुलिस टीम नितिन हत्याकांड के आरोपी विकास दुबे को पकड़ने के लिए बिकरु गांव गई थी। पुलिस टीम जैसे ही घर के पास पहुंची। विकास दुबे के घर की छत से पुलिस बल पर ताबड़तोड़ फायरिंग होने लगी, जिसमें डीएसपी सहित आठ पुलिसकर्मियों ने अपनी जान गंवा दी।

मथुरा के सिपाही ने दिया बलिदान

कानपुर में बदमाशों से हुई मुठभेड़ में मथुरा के सिपाही जितेंद्र पाल सिंह के बलिदान की खबर आने पर घर में कोहराम मच गया है। पिता तीर्थपाल सिंह के तीन बेटों में सबसे बड़े जितेंद्र अविवाहित थे। परिवार मथुरा के औरंगाबाद स्थित इंदिरा आवास कॉलोनी में रहता है। विकास दुबे के घर खड़ी गाड़ी के टूटे शीशे। फोटोः एपी

आगरा का कांस्टेबल भी हुआ शहीद

आगरा के फतेहाबाद कस्बे से दो किमी दूरी पर स्थित गांव पोखर पांडेय निवासी छोटेलाल के बेटे बबलू वर्ष 2018 में पुलिस में कांस्टेबल पद पर भर्ती हुए। कानपुर मुठभेड़ में आगरा के लाल ने शहादत दी है।घटनास्थल पर जांच करती टीम। फोटोः एपी

मुठभेड़ में शहीद हुए पुलिसकर्मियों के नाम

1-देवेंद्र कुमार मिश्र,सीओ बिल्हौर

2-महेश यादव,एसओ शिवराजपुर

3-अनूप कुमार,चौकी इंचार्ज मंधना

4-नेबूलाल, सब इंस्पेक्टर शिवराजपुर

5-सुल्तान सिंह कांस्टेबल थाना चौबेपुर

6-राहुल ,कांस्टेबल बिठूर

7-जितेंद्र,कांस्टेबल बिठूर

8-बबलू कांस्टेबल बिठूर

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