कानपुर/हमीरपुर (एएनआई)। विकास दुबे के सहयोगी श्यामू बाजपेयी को चौबेपुर पुलिस ने एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उस पर 50,000 रुपये का इनाम रखा था। उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक बंदूक और दो जिंदा कारतूस जब्त किए हैं। पकड़ा गया श्यामू बाजपेसी बिकरु गांव में पुलिसवालों की हत्या की साजिश में शामिल था।

जानिए कैसे पकड़ा गया श्यामू बाजपेयी

पुलिस का कहना है कि, श्यामू बाजपेयी को पकड़ने के बाद उसे शिवली रोड मुड्डी के बांये जंगल में लेकर गये और अभियुक्त श्यामू वाजपेयी को गाड़ी से नीचे उतारा। इस बीच श्यामू ने पहले से सड़क किनारे गड्डे में छुपाये हुए तमंचा को निकाला और पुलिस पार्टी पर जान से मारने की नियत से फायर करने लगा। पुलिस पार्टी द्वारा आत्मसुरक्षा में जवाबी कार्यवाही की गयी, तो अभियुक्त के पैर में गोली लग गयी और घायल होकर गिर गया। घायल बदमाश को पुलिस पुन: हिरासत में लिया गया। श्यामू के कब्जे से 01 अदद तमंचा 315 बोर, 02 अदद जिंदा व 02 अदद खोखा कारतूस 315 बोर बरामद हुआ। घायल बदमाश को पुलिस अभिरक्षा में हैलट अस्पताल में उपचार हेतु भेजा गया। पुलिस द्वारा आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।

एसटीएफ ने अमर दुबे को किया ढेर

उत्तर प्रदेश टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साथ मुठभेड़ में कानपुर एनकाउंटर मामले के मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का करीबी अमर दुबे मारा गया। बुधवार को एक अधिकारी ने कहा, "अमर दुबे हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का करीबी सहयोगी बताया जा रहा था। आज हमीरपुर में उत्तर प्रदेश टास्क फोर्स के साथ मुठभेड़ में मारा गया।" पुलिस ने विकास दुबे को पकड़ने के लिए भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र के पास उन्नाव टोल प्लाजा और लखीमपुर जिले में उसके पोस्टर लगा दिए हैं।

विकास दुबे अभी भी फरार

विकास दुबे कानपुर एनकाउंटर मामले के मुख्य आरोपी हैं, जिसमें उन्होंने और उनके लोगों ने कथित तौर पर 2 जुलाई की रात को गिरफ्तार करने आई पुलिस टीम पर गोलियां चलाईं। मुठभेड़ में सर्कल अधिकारी देवेंद्र मिश्रा सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। हालांकि उसके बाद से विकास दुबे फरार है।

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