- इंकम टैक्स डिपार्टमेंट की जांच में खुलासा, कानपुर रीजन से जुड़े उत्तराखंड में 4800 खातों की हुई थी जांच

- 50 खातों में अचानक जमा की गई थी एक करोड़ से ज्यादा रकम, आईटी डिपार्टमेंट को मिली करोड़ों की ब्लैक मनी

KANPUR: नवंबर 2016 में नोटबंदी के बाद बैंकों के बाहर लंबी लाइनें लगी। यह लाइनें नए नोट पाने और पुराने नोट जमा करने के लिए लगी थीं। इस दौरान ब्लैक मनी रखने वालों ने भी बैंक अकाउंट्स में अपना पैसा जमा कराया। इसके बाद यह अकाउंट इंकम टैक्स डिपार्टमेंट की राडार पर आ गए। आईटी डिपार्टमेंट ने ब्लैक मनी को पकड़ने के लिए लाखों अकाउंट्स की स्क्रूटनी की, जिससे बड़ी संख्या में ऐसे अकाउंट्स का पता चला, जिनमें नोटबंदी के बाद बेहिसाब पैसा जमा हुआ था। कानपुर रीजन से लगे पश्चिमी यूपी और उत्तराखंड में भी ऐसे सैकड़ों बैंक अकाउंट्स की जांच शुरू हुई तो 4,000 करोड़ से ज्यादा की रकम सामने आई। इस बात का खुलासा इंकम टैक्स डिपार्टमेंट वेस्ट यूपी उत्तराखंड के प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर प्रमोद कुमार गुप्ता ने किया। उन्होंने बताया कि सिर्फ उत्तराखंड में ही ऐसे 4800 खातों की जांच की गई थी।

50 अकाउंट्स में जमा हुए करोड़ों

प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर प्रमोद कुमार गुप्ता ने बताया कि नोट बंदी के बाद बैंक अकाउंट्स में जमा हुई रकम की स्क्रूटनी की गई तो इस दौरान 50 ऐसे अकाउंट पता चले, जिसमें अचानक एक करोड़ से ज्यादा रकम जमा की गई थी। इन सभी अकाउंट होल्डर्स को नोटिस जारी कर इस रकम का हिसाब मांगा गया, जिसमें से 20 अकाउंट्स में जमा रकम ही सही मिली। जबकि 20 अकाउंट होल्डर्स ने माना कि यह अनएकाउंटेड इंकम थी। जिस पर टैक्स एसेसमेंट किया गया। वहीं 10 ऐसे भी अकाउंट होल्डर मिले जो कि पैसे का कोई हिसाब नहीं दे सके। जिस पर उनके खिलाफ टैक्स एसेसमेंट के साथ पैनाल्टी का भी एक्शन लिया गया।

फैक्ट फाइल-

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