- जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के सर्जरी डिपार्टमेंट का बदलेगा चेहरा, 20.58 करोड़ का फंड मंजूर

- सर्जरी और एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट के 8 जर्जर ओटी होंगे माड्यूलर, सीएंडडीएस को मिली जिम्मेदारी

KANPUR: जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के सर्जरी डिपार्टमेंट में जर्जर हो चुके ओटी काम्प्लेक्स को मॉड्यूलर किया जाएगा। शासन ने इसके लिए 20.58 करोड़ रुपए का फंड मंजूर कर दिया है। इसके साथ ही शासन ने ओटी निर्माण के लिए 2.68 करोड़ रुपए जारी भी कर दिए हैं। काम की जिम्मेदारी सीएंडडीएस को दी गई है। आपको बता दें कि लंबे समय से की जा रही डिमांड के बाद अब प्रिंसिपल सेक्रेट्री मेडिकल एजुकेशन की पहल पर सर्जरी डिपार्टमेंट में बने एनेस्थीसिया और सर्जरी के 4-4 ओटी को माड्यूलर ओटी में तब्दील किया जाएगा।

ओटी में चूहे और इंफेक्शन

मेडिकल कालेज के सर्जरी डिपार्टमेंट के एचओडी प्रो। संजय काला ने ओटी काम्प्लेक्स को सही कराने के लिए बीते साल सितंबर में प्रपोजल शासन को भेजा था। डिपार्टमेंट के ग्राउंड फ्लोर पर एनेस्थीसिया के 4 ऑपरेशन थियेटर हैं। वहीं फ‌र्स्ट फ्लोर पर सर्जरी के चार ओटी हैं, जिनके बनने के बाद से ही आज तक उनके रेनोवेशन के लिए भी कुछ नहीं हुआ। ग्राउंड फ्लोर की हालत बेहद खराब है। ओटी में कई जगहों पर चूहों ने बिल बना रखे हैं। काफी पुराने उपकरणों और पुरानी बिल्डिंग की वजह से इंफेक्शन कंट्रोल को लेकर भी कई प्रॉब्लम्स फेस करनी पड़ती हैं, जिसका असर पेशेंट पर ऑपरेशन के बाद पड़ता है।

मॉड्यूलर ओटी के फायदे-

- ओटी में नए इक्यूपमेंट्स आने से सर्जरी की क्वालिटी अच्छी होगी

- मॉड्यूलर ओटी होने से इसे आगे अपग्रेड करने में भी आसानी होगी

- मॉड्यूलर ओटी होने से पेशेंट में ऑपरेशन के बाद इंफेक्शन का खतरा भी कम होगा

- एक दिन में डॉक्टर्स की यूनिट ज्यादा ऑपरेशन कर सकेगी

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सर्जरी डिपार्टमेंट एक नजर में-

- 40 हजार से ज्यादा पेशेंट्स की ओपीडी

- 235 बेड सर्जरी डिपार्टमेंट के

- 6000 पेशेंट्स भर्ती होते हैं हर साल

- 150 मेजर सर्जरी हर महीने

- 470 माइनर सर्जरी हर महीने

- 4 ओटी सर्जरी डिपार्टमेंट की, एक इमरजेंसी ओटी

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वर्जन-

मॉड्यूलर ओटी के लिए 20.58 करोड़ रुपए का प्रपोजल शासन ने मंजूर किया है। जिससे 8 पुराने ओटी को मॉड्यूलर बनाया जाएगा। इससे पेशेंट्स को काफी फायदा होगा।

-डॉ। आरती लालचंदानी, प्रिंसिपल, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज