-तोड़फोड़ से बचने और कम से कम नुकसान के लिए एलएमआरसी के अफसरों ने शुरू की कवायद

-एलएमआरसी की टीम ने मेडिकल कॉलेज व हैलट हॉस्पिटल में मेट्रो रूट के लिए कराई मार्किंग

KANPUR: कानपुर मेट्रो के फ‌र्स्ट फेज के रूट में आ रहे रोड़ों को दूर करने के लिए इसके एलाइनमेंट में चेंज किया जा सकता है। जिससे कम से कम नुकसान हो। हैलट मेट्रो स्टेशन के बीच में आ रहे हॉस्पिटल के ओपीडी ब्लॉक और लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट के बड़े हिस्से को बचाने के लिए कोशिशें शुरू हो गई हैं। इसी तरह गीता नगर मेट्रो स्टेशन के रास्ते में आ रही दुकानें भी बचाने के लिए एलएमआरसी की टीम मशक्कत कर रही है।

.स्टेशन के बीच रिसेप्शन

सैटरडे को एलआरआरसी के एई आदर्श सिंह और लेखपाल राजन सिंह, टीम के साथ एलएलआर हॉस्पिटल पहुंचे। इस दौरान मेडिकल कॉलेज के अधिकारी आरके मौर्या, रीता गुप्ता और कॉर्डियोलॉजी के डॉयरेक्टर विनय कृष्णा के साथ मिल कर मेडिकल कॉलेज और एलएलआर हॉस्पिटल में मेट्रो रूट में आ रही जमीनों की मार्किंग की। उन्होंने बताया कि रूट में आने वाली कई बिल्डिंगों को कम से कम नुकसान पहुंचे और उन्हें तोड़ने की जरूरत न पड़े इसके प्रयास किए जा रहे हैं। इसी के तहत हैलट मेट्रो स्टेशन से ठीक पहले मेट्रो के हिस्से में जो रिसेप्शन हॉल आ रहा था। उसे न तोड़ना पड़े इसके लिए रूट के एलाइनमेंट में कुछ बदलाव किए जाएंगे।

676 करोड़ के हो चुके हैं टेंडर

दरअसल कानपुर मेट्रो के प्रॉयरिटी सेक्शन आईआईटी से मोतीझील तक मेट्रो प्रोजेक्ट पर काम शुरू करनी की तैयारी हो गई है। 676 करोड़ के टेंडर पहले ही हो चुके हैं। पर मेट्रो के रास्ते में कई जगह शॉप, गोडाउन आदि निर्माण आ रहे हैं। एलएमआरसी की टीम कोशिश में जुटी है कि मेट्रो वर्क की वजह से लोगों का नुकसान न हो। 5 अगस्त को प्रमुख सचिव आवास की अध्यक्षता में लखनऊ में होने वाली मीटिंग में मेडिकल कालेज के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।

कानपुर मेट्रो

प्रॉयोरिटी सेक्शन--आईआईटी-मोतीझील

लंबाई-- 8003 मीटर

मेट्रो स्टेशन--9

प्रोजेक्ट कास्ट-- 676 करोड़

वर्क-- एलीवेटेड वायाडक्ट, 9 स्टेशन

ये स्टेशन बनेंगे-- आईआईटी, कल्याणपुर, एसपीएम, सीएसजेएमयू, गुरूदेव, गीता नगर,रावतपुर, हैलट व मोतीझील