आई एक्सक्लूसिव

-एक बार फिर नगर आयुक्त ने क्लीन सिटी, गड्ढामुक्त सड़कें, आवारा जानवरों से मुक्ति, पॉलिथीन फ्री सिटी और अवैध होर्डिग हटाने के दिए आदेश

-ऐसे सैकड़ों आदेशों के बाद भी नहीं बदले शहर के हालात, पीएम मोदी के आगमन की तैयारियों को लेकर शहर को चमकाने की चल रही है तैयारी

kanpur@inext.co.in

KANPUR : सिटी को क्लीन सिटी ग्रीन सिटी के सपने तो बहुत दिखाए गए, लेकिन सपने हकीकत का रूप नहीं ले पा रहे हैं। गड्ढायुक्त रोड्स, सड़कों पर फैली गंदगी, मेन चौराहों पर बैठे आवारा जानवर और एनक्रोचमेंट के जख्म से पूरा शहर कराह रहा है। अब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संभावित 15 नवंबर को कानपुर आ रहे हैं। इसको लेकर माइक्रो प्लान बनाकर सिटी को चमकाने की तैयारी की जा रही है। लेकिन, यकीन मानिए पूरे शहर को चमकाने की बजाय सिर्फ पीएम जहां-जहां जाएंगे वहां के एरिया को चमका कर जिम्मेदारी पूरी कर ली जाएगी। नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा के हालिया आदेशों के मुताबिक क्लीन सिटी, गड्ढामुक्त सड़कें, आवारा जानवरों से मुक्ति, पॉलिथीन फ्री सिटी और अवैध होर्डिग हटाने को लेकर माइक्रो प्लान बनाकर काम किया जाएगा। लेकिन ऐसा शहर कानपुर शायद ही कभी बन पाएगा।

नहीं बदले हालात, न बदलेंगे

1. क्लीन सिटी, ग्रीन सिटी

इसको लेकर नारे बहुत बुलंद किए गए, लेकिन हुआ कुछ भी नहीं। सिटी में डस्टबिन गायब हैं। इनकी वजह से रोजाना 500 टन कूड़ा सड़कों पर फेंका जाता है। कानपुर में ग्रीन एरिया सिर्फ 2.6 परसेंट ही बचा है। जबकि इसे 25 परसेंट तक होना चाहिए था। दिवाली की छुट्टी में सिटी में कूड़े का अंबार लग गया, जो थर्सडे को भी कई इलाकों से साफ नहीं हुआ।

2. गड्ढामुक्त सड़कें

बारिश के बाद सड़कों के हालात और ज्यादा बदतर हो चुके हैं। सिटी में डस्ट की वजह से होने वाले पॉल्यूशन की मात्रा 70 परसेंट है। जबकि सड़कों को बेहतर बनाकर इस पॉल्यूशन से निजात दिलाई जा सकती है। एक आंकड़े के मुताबिक नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, आवास विकास और केडीए की सड़कों में 87 किमी। के बराबर गड्ढे हैं। लेकिन इनको सिर्फ मलबा डालकर भरा जा रहा है।

3. आवारा जानवर से मुक्ति

नगर निगम आए दिन आवारा जानवरों को पकड़ने का अभियान चलाता है। लेकिन बावजूद इसके सड़कों पर जानवरों की संख्या 9,000 से अधिक है। इसके अलावा अवारा कुत्तों की नसबंदी के लिए 2 डॉग कैचर व्हीकल भी खरीदे गए, लेकिन ये सिर्फ नगर निगम मुख्यालय की शोभा बढ़ा रहे हैं। डॉग हॉस्पिटल तक पूरा नहीं किया गया है। वहीं सुअरों की संख्या भी 7,000 से अधिक है।

4. पॉलिथीन फ्री सिटी

2 अक्टूबर को पॉलिथीन बैन के बाद भी सिटी में खुलेआम पॉलिथीन का चलन है। दीवाली के दौरान 50 टन से ज्यादा पॉलिथीन मार्केट में खपाई गई। सीटीआई नहर पूरी तरह से पॉलिथीन से पटी हुई थी। दर्जनों बार डीएम, एसीएम, जोनल अधिकारियों ने अभियान चलाया, लेकिन कोई खास फर्क नहीं पड़ा। वहीं सिंगल यूज प्लास्टिक का यूज काउंटिंग के दौरान धड़ल्ले से प्रशासनिक अधिकारियों ने चोरी-छिपे किया।

5. अवैध होर्डिग

सिटी में 18,000 से ज्यादा छोटी-बड़ी अवैध होर्डिग जहां-तहां लगी हैं। नगर निगम इनको हटाने के लिए लगातार कार्रवाई कर रहा है। लेकिन बावजूद इसके सिटी अवैध होर्डिग से पटी पड़ी हैं। पॉलिटिकल लीडर्स भी होर्डिग लगाने में पीछे नहीं हैं। यहां तक की सीएम लेवल पर भी इसको लेकर कड़े आदेश दिए जा चुके हैं, लेकिन हालात जस के तस हैं।

----------------

सिटी में कूड़ा घरों की स्थिति

जोन संख्या

एक 17

दो 44

तीन 33

चार 11

पांच 38

छह 10

------------

सिटी में सफाई को लेकर और कड़े फैसले लिए जाएंगे। स्वीपिंग को और मजबूत किया जाएगा। सभी एसीएम को भी कूड़ा घरों की स्थिति को देखने के लिए लगाया गया है। रोजाना रिपोर्ट ली जाएगी।

-विजय विश्वास पंत, डीएम।

-------

सिटी में सफाई व्यवस्था को और प्रभावी बनाने के लिए माइक्रो प्लान तैयार कर काम शुरू किया गया है। जल्द ही इसके परिणाम लोगों को देखने को मिलेंगे।

-संतोष कुमार शर्मा, नगर आयुक्त।