- कागजों में नंबर वन, हकीकत में 'फेल'

- स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर हो रही बड़ी लापरवाही, बंद पड़े हैं कैमरे, ई-क्लासेस बनाने का काम भी ठप

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KANPUR : स्टेट में भले ही कानपुर स्मार्ट सिटी को पहला स्थान मिला हो। लेकिन जमीनी स्तर पर इसके काम आधे-अधूरे पड़े हैं। आलम ये है कि स्मार्ट सिटी के तहत लगे कैमरे भी बंद पड़े हैं। फ्राइडे को कमिश्नर सुभाष चंद्र शर्मा नगर निगम मुख्यालय औचक निरीक्षण करने पहुंच गए। उनके पहुंचते ही नगर निगम में हड़कंप मच गया। स्मार्ट सिटी ऑफिस का रुख करते हुए उन्होंने कछुआ चाल से चल रहे कामों को भी देखा। इस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई। नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा उनके साथ मौजूद रहे।

स्मार्ट क्लासेस का काम बंद

स्मार्ट ई-क्लासेस का हाल जानने के लिए कमिश्नर ने कैलाशनाथ बालिका विद्यालय इंटर कॉलेज, डीएवी इंटर कॉलेज, नगर निगम बालिका विद्यालय चुन्नीगंज, प्राथमिक स्कूल खलासी लाइन का निरीक्षण किया। प्राथमिक स्कूल खलासी लाइन का एक ई-क्लास रूम तैयार मिला जिसमें हाईटेक एजूकेशन के लिए सभी फैसिलिटीज अवेलबेल थीं। बाकी अन्य जगह काम अधूरा मिला, जबकि 31 तक काम पूरा किया जाना है। डीएवी और नगर निगम बालिका इंटर कॉलेज, चुन्नीगंज में भी काम बंद मिला। इस पर नाराज कमिश्नर ने पीएमसी के ऑफिसर्स और अपर नगर आयुक्त पर नाराजगी जताई। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर को कई चौराहों पर लगे कैमरे बंद पड़े मिले। कैमरों की लोकेशन भी सही नहीं थी। इस दौरान स्मार्ट सिटी प्रभारी व सहायक नगर आयुक्त पूजा त्रिपाठी भी मौजूद रहीं।