- कानपुर सेंट्रल डायरेक्टर ने कानपुराइट्स की लोकल ट्रांसपोर्ट प्रॉब्लम सॉल्व करने को बढ़ाए 'कदम'

- डिविजनल से रेलवे बोर्ड को भेजा गया प्रस्ताव, फ्रेट कॉरिडोर बनने के बाद गुड्स ट्रेनों का लोड होगा कम

- दिल्ली-हावड़ा रूट से ट्रैफिक कम होने से मेमू की संख्या बढ़ाएंगे, लोकल ट्रांसपोर्ट में हेल्प करेंगी लोकल ट्रेनें

KANPUR

जल्द ही कानपुर में मुम्बई की तरह रेलवे ट्रैक पर लोकल ट्रेनें दौड़ती दिखेंगी। इसके लिए रेलवे ऑफिसर्स ने पूरी तैयारी भी कर ली है। सिटी में लोकल ट्रेनें दौड़ने से जहां एक तरफ कानपुराइट्स की लोकल ट्रांसपोर्ट की प्रॉब्लम सॉल्व होगी। वहीं दूसरी ओर ट्रैफिक जाम की प्रॉब्लम से भी निजात मिलेगी। कानपुर में लोकल ट्रेनें चलाने का प्रोजेक्ट बना कर डिविजनल ऑफिस भेज दिया गया है। जहां से यह फाइल रेलवे बोर्ड दिल्ली भी भेज दी गई है। जहां से ग्रीन सिग्नल मिलते ही कानपुर में लोकल ट्रांसपोर्ट की प्रॉब्लम काफी हद तक सॉल्व हो जाएगी।

100 किमी। के दायरे में चलेंगी ट्रेनें

सीपीआरओ एनसीआर अजीत कुमार सिंह ने बताया कि कानपुर सेंट्रल के डायरेक्टर हिमांशु शेखर उपाध्याय ने लोकल ट्रांसपोर्ट की प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए प्रोजेक्ट बनाया है। जिसमें कानपुर के 100 किमी के दायरे में लोकल ट्रेनें दौड़ेंगी।

कई स्टेशन भी होंगे डेवलप

स्टेशन डायरेक्टर ने बताया कि लोकल ट्रेन चलाने से पहले सिटी के छोटे स्टेशनों को भी डेवलप किया जाएगा। जिससे स्टेशनों पर पैसेंजर्स को कोई प्रॉब्लम फेस न करनी पड़े। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही कुछ नए स्टेशन भी जरूरत के मुताबिक बनाए जाएंगे। जिससे सिटी के कई अनछुए एरियॉज को रेल नेटवर्क से कनेक्ट किया जा सके।

मेमू यार्ड में होगा मेंटीनेंस

कानपुर बाबूपुरवा साउथ रेलवे कालोनी में मेमू यार्ड का प्रस्ताव भी पास हो चुका है। जिसका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। कानपुर में मेमू यार्ड होने से सिटी के 100 किमी के दायरे में दौड़ने वाली लोकल ट्रेनों का मेंटीनेंस इसी मेमू यार्ड में किया जा सकेगा। बता दें कि अभी तक इलाहाबाद डिविजनल में चलने वाली लोकल 'मेमू' ट्रेनों का मेंटीनेंस लखनऊ में होता था।

सस्ता और सेफ होता रेल सफर

कानपुर सेंट्रल स्टेशन डायरेक्टर हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि कानपुराइट्स का रुझान सस्ती और सेफ जर्नी करने में है। क्योंकि सिटी का ट्रैफिक सिस्टम पॉपुलेशन को देखते हुए फिट नहीं है। जिससे लोग ट्रेन का सफर करना चाहते है। जिसके चलते ये प्लान तैयार किया गया है।

फ्रेट कॉरिडोर बनने से लोड कम

कानपुर सेंट्रल स्टेशन डायरेक्टर हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि फ्रेट कॉरिडोर बनने से दिल्ली-कानपुर-हावड़ा रूट पर 60 से 70 गुड्स ट्रेनों का लोड कम हो जाएगा। जिसके बदले में पैसेंजर्स व लोकल ट्रेनें चलाई जा सकती हैं।

कोट

कानपुराइट्स की लोकल ट्रांसपोर्ट प्रॉब्लम व उनकी जरूरत को ध्यान में रखते हुए रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेज दिया गया है। रेलवे बोर्ड से पास होते ही जल्द ही काम शुरू कर दिया जाएगा।

अजीत कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनसीआर

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लोकल ट्रेन के 5 फायदे

1-ट्रैफिक का लोड काफी कम होगा।

2-दूरी कम समय में तय हो जाएगी।

3-ईधन की भी काफी बचत होगी।

4-स्टूडेंट्स को लोकल ट्रेन से राहत।

5-रोड पर गाडि़यों की संख्या होगी कम।