-वीआईपी एसी बसों में प्रोजेक्ट 'डिस्काउंट'
- एसी बसों की ओर पैसेंजर्स को आकर्षित करने के लिए रोडवेज देगा फेयर में डेढ़ से 15 फीसदी तक डिस्काउंट
- 600 किलोमीटर की जर्नी पर मिलेगा 189 रुपए का फायदा, कानपुर से दिल्ली तक सफर पर करीब 100 रुपए का फायदा
KANPUR। रोडवेज ने अपनी वीआईपी एसी बस सर्विस स्कैनिया व वॉल्वो बस में सफर करने वाले पैसेंजर्स को नए साल का तोहफा दिया है। इन बसों में अब पैसेंजर्स जितनी लंबी जर्नी करेंगे, उन्हें रोडवेज फेयर में उतना ही ज्यादा फायदा देगा। क्योंकि परिवहन निगम ने भी रेलवे की तरह टेलिस्कोपी सिस्टम पर काम करने का डिसीजन लिया है। नए रूल्स के मुताबिक अब 100 किमी तक फिक्सड फेयर रखते हुए एक्सट्रा प्रत्येक 50 किमी के फेयर में पैसेंजर्स को 1.50 से लेकर 15 प्रतिशत तक डिस्काउंट दिया जाएगा।
पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया
रोडवेज आफिसर्स के मुताबिक इस सर्विस को पायलट प्रोजेक्ट के तहत नए साल में लखनऊ-दिल्ली वाया एक्सप्रेस-वे रूट पर शुरू किया गया है। तीन महीने के बाद पैसेंजर्स से फीडबैक लिया जाएगा। जिसके बेस पर ही यह सर्विस अन्य रूटों पर लागू की जाएगी।
रेलवे की तरह टेलिस्कोपी सिस्टम
रोडवेज आरएम अतुल जैन के मुताबिक टेलिस्कोपी प्रणाली के चलते अगर पैसेंजर स्कैनिया व वाल्वो से 600 किमी की जर्नी करता है। तो उसको लगभग 189 रुपए की छूट मिलेगी। उन्होंने बताया कि 100 किमी के ऊपर हर 50 किमी में पैसेंजर्स को 1.50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। एक्जाम्पल के तौर पर कानपुर से दिल्ली लगभग 400 किलोमीटर है। अगर पैसेंजर कानपुर से दिल्ली की जर्नी करता है। जो उसको अब फेयर में 76 रुपए का डिस्काउंट मिलेगा। लखनऊ से दिल्ली आधा दर्जन स्कैनिया व वाल्वो बस वाया कानपुर होकर चलती है। इस सर्विस से हजारों कानपुराइट्स को फेयर में काफी डिस्काउंट मिलेगा।
डायरेक्टर्स की मीटिंग में डिसीजन
रोडवेज आफिसर्स के मुताबिक बीते 28 नवंबर को हुई डायरेक्टर्स की इस प्रोजेक्ट का प्रपोजल तैयार किया गया था। जिसको ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद रोडवेज ने यह सर्विस फर्स्ट जनवरी से सभी रीजन में शुरू करने के आर्डर दिए हैं।
(चार्ट)
किमी छूट फेयर वर्तमान फेयर
100 0.00 210 210
150 1.50 315 310
200 3.00 420 407
250 4.50 525 501
300 6.00 630 592
350 7.50 735 680
400 9.00 840 764
450 10.50 945 846
500 12.00 1050 924
550 13.00 1155 999
600 15.00 1260 1071
(नोट : छूट परसेंट में हैं और फेयर रुपए में)