जमीन से आसमान तक पॉल्यूशन

-इंडस्ट्रियल एरिया की हवा-पानी ही नहीं मिट्टी तक हो गई पॉल्यूट, इंडस्ट्री पॉल्यूशन में देश में चौथे नंबर पर कानपुर

-ग्रीनरी के मामले में आज तक यूपीपीसीबी ने नहीं दिया एक भी नोटिस, कानपुर की 500 से ज्यादा इंडस्ट्रीज रेड कैटेगरी में

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KANPUR : कानपुर के दामन पर एक और कलंक लगा है। इंडस्ट्रियल पॉल्यूशन के मामले में कानपुर देश में चौथे नंबर पर है। हालात इतने खराब हैं कि इंडस्ट्रियल एरिया में जमीन से आसमान तक पॉल्यूशन डैंजर स्थिति में पहुंच गया है। कंप्रहेंसिव एनवॉयरमेंट पॉल्यूशन इंडेक्स (सीपीआई)) में कानपुर को चौथा स्थान(89.46 प्वाइंट) मिला है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की एनजीटी को दी गई रिपोर्ट में 2013 और 2018 के बीच 100 सिटीज के सीपीआई स्कोर में काफी बदलाव आया है। 2018 में कानपुर के इंडस्ट्रियल एरिया की हवा में पॉल्यूशन 72, पानी में 89 और मिट्टी में 59.25 प्वाइंट रहा। इसके पीछे इंडस्ट्री से लेकर यूपी पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड भी जिम्मेदार है।

इंडस्ट्रीज पर बंदी का खतरा

कानपुर की 500 से अधिक इंडस्ट्रीज रेड कैटेगिरी में हैं। सूत्रों के मुताबिक एनजीटी रेड और आरेंज कैटेगिरी की इंडस्ट्रीज को बंद करने की तैयारी में है। अगर ऐसा हुआ तो टेनरी के बाद कानपुर की तमाम इंडस्ट्री पर ताला लग जाएगा। मामले में जब यूपीपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी डा। फ्रैंकलिन से सवाल किए गए जो उन्होंने जानकारी न होने की बात कही। एनजीटी के आदेशों के बाद इंडस्ट्रियल एरिया में क्या काम कराए गए, इसकी भी कोई जानकारी नहीं है।

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एक भी नोटिस नहीं दिया

इंडस्ट्रियल एरिया में 33 परसेंट एरिया में ग्रीनरी डेवलप करना कंपल्सरी है। आज तक इसकी जांच पॉल्यूशन विभाग ने कभी नहीं की और न ही किसी को नोटिस जारी किया। बता दें कि एनजीटी ने इंडस्ट्रीज से निकलने वाली ग्रीन हाउस गैसेज को कम करने के निर्देश जारी किए थे।

कहीं भी ग्रीनरी नजर नही आई

पनकी और दादानगर में ग्रीनरी की दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने पड़ताल की तो कहीं भी ग्रीनरी नजर नहीं आई। सड़कों के किनारे पौधे जरूर लगे हैं, लेकिन इंडस्ट्री कैम्पस में कहीं हरियाली नहीं दिखी। आंकड़ों के मुताबिक पनकी और दादानगर में सिर्फ 5 परसेंट से भी कम में ग्रीनरी एरिया है। वहीं यूपीपीसीबी ने अभी तक दादानगर को इंडस्ट्रियल एरिया में न मानकर अभी आवासीय क्षेत्र ही मानता है।

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जाजमऊ, पनकी रेड कैटेगिरी में

शहर में पनकी, दादानगर, मंधना, जाजमऊ और भाऊपुर इंडस्ट्रीज एरिया में आते हैं। इसमें जाजमऊ और पनकी रेड कैटेगिरी में हैं। इन एरियाज में ग्रीन बेल्ट डेवलप करने और इंडस्ट्री कैंपस में 33 परसेंट तक पौधे लगाने थे, लेकिन नियमों को ताख पर रख कर इंडस्ट्रीज चल रही हैं।

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ये हैं ग्रीनहाउस गैसेज

-कार्बन डाई ऑक्साइड

-मीथेन

-नाइट्रस ऑक्साइड

-ओजोन

-क्लोराफ्लोराकार्बन

-हाईड्रोफ्लोकार्बन

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ये बनाए गए थे मानक

रेड कैटेगिरी इंडस्ट्री

बड़ा एरिया- 200 मीटर या कुल क्षेत्रफल का 33 परसेंट

मध्यम एरिया- 100 मीटर या कुल क्षेत्रफल का 33 परसेंट

लघु एरिया-30 मीटर या कुल क्ष्ोत्रफल का 33 परसेंट

ऑरेंज कैटेगिरी इंडस्ट्री

बड़ा एरिया- 100 मीटर या कुल क्षेत्रफल का 33 परसेंट

मध्यम एरिया- 30 मीटर यो कुल क्षेत्रफल का 33 परसेंट

ग्रीन कैटेगिरी इंडस्ट्री

सभी उद्योग- 10 मीटर यो कुल क्षेत्रफल का 33 परसेंट

इंडस्ट्रियल एरिया- 500 मीटर या कुल क्षेत्रफल का 33 परसेंट

लैंडफिल- 200 मीटर या कुल क्षेत्रफल का 33 परसेंट

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इस प्रकार रोपे जाने हैं पौधे

-ग्रीनबेल्ट व इंडस्ट्रियल एरिया में पौधों के बीच की दूरी-3 गुणा 3 मीटर।

-छोटे पौधों, झाडि़यों को रोपने की दूरी-1 गुणा 1 मीटर।

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ंडस्ट्रीज: आंकड़ों में

-18,644 कानपुर में रजिस्टर्ड इंडस्ट्रियल यूनिट्स।

-112 मीडियम एंड लार्ज यूनिट्स रजिस्टर्ड।

-90,608 वर्कर स्मॉल इंडस्ट्रीज में कार्यरत।

-26,483 इंप्लॉयमेंट लार्ज एंड मीडियम इंडस्ट्री।

-10 इंडस्ट्रियल एरिया में कानपुर में।

-896.71 करोड़ स्मॉल इंडस्ट्रिज का कुल टर्नओवर।

-2516.35 करोड़ मीडियम एंड लार्ज इंडस्ट्री का सलाना टर्नओवर।

(नोट- जिला उद्योग केंद्र के आंकड़ों के मुताबिक.)

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कानपुर में उद्योगों की स्थिति

जगह रजिस्टर्ड उद्योग

कालपी रोड 109

अपट्रोन इस्टेट पनकी 31

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यूपीएसअाईडीसी इंडस्ट्रियल एरिया

पनकी साइट-1 262

पनकी साइट-2 190

पनकी साइट-3 364

पनकी साइट-4 131

पनकी साइट-5 450

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मल्टी होजरी इंडस्ट्री

दादा नगर 268

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रूमा इंडस्ट्रियल एरिया

रूमा 208

चकेरी 18

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इंडस्ट्री में ग्रीन एरिया को लेकर नोटिस जारी किया गया है कि नहीं इसकी जानकारी नहीं है। इंडस्ट्रियल एरिया को लेकर भी मुझे अभी तक आदेश नहीं मिला है। आगे मिलेगा तो कार्रवाई की जाएगी।

-डा। फैंकलिन, क्षेत्रीय अधिकारी, यूपी पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड।