- दरोगा-इंस्पेक्टर को बोझ कम करने के लिए बीट सिपाही करेंगे मामूली मामलों की जांच

KANPUR दरोगा से लेकर इंस्पेक्टर को अब छोटे मामलों की जांच के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। उनका बोझ कम करने के लिए अब बीट सिपाहियों को पासपोर्ट और चरित्र प्रमाण की रिपोर्ट देने की जिम्मेदारी दी जाएगी। शासन के निर्देश पर यह व्यवस्था 16 जनवरी से लागू कर दी जाएगी। शुरुआत में शहर के दो और रेंज के जिलों के एक एक थाने में यह व्यवस्था लागू होगी। अगर रिस्पांस ठीक रहा तो सारे थानों में यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी।

क्रिमिनल्स का डाटा भ्ाी जुटाएंगे

आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि इसके अलावा बीट सिपाहियों को इलाकाई अपराधियों का भी डाटा जुटाना होगा। कोतवाली और बिल्हौर में यह व्यवस्था सबसे पहले लागू होगी। थाने के करीबी चालीस फीसदी सिपाहियों को जिम्मेदारी दी जाएगी। इस योजना को बीट का सिपाही नाम दिया गया है। इसमें महिला सिपाहियों को भी वरीयता दी जाएगी। आईजी के मुताबिक मारपीट और अन्य मामूली विवाद की जांच सिपाही की जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।

क्राइम पर कंट्रोल

आईजी के मुताबिक हर बीट सिपाही को वायरलेस के साथ बॉडीवार्न कैमरा, पिस्टल, सरकारी बाइक और सीयूजी नंबर दिया जाएगा। बीट पुलिसिंग मजबूत होने से क्राइम पर अंकुश लगेगा। दरोगाओं का काम कम होने से उसको दूसरे कामों पर लगाया जा सकेगा।