-बिल्डिंग्स में रेन वाटर हार्वेस्िटग प्लांट्स की जांच के लिए केडीए तैयार कर रहा है लिस्ट, खंगाले जा रहे हैं मैप

-300 स्क्वॉयर मीटर और इससे अधिक एरिया वाली बिल्डिंग्स के लिए कंपलसरी है वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम

KANPUR: हर काम में लेटलतीफी के लिए कुख्यात केडीए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के मामले में भी सुस्त है। मॉनसून सीजन अंतिम दौर में है और अब केडीए को रेन वाटर हार्वेस्टिंग की याद आई है। केडीए 300 स्क्वॉयर मीटर से अधिक एरिया की बिल्डिंग्स की लिस्ट तैयार करने में लगा है। इसके लिए अब तक पास किए गए 300 स्क्वॉयर मीटर एरिया के मैप की मदद ली जा रही है। जिससे कि रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट्स की जांच की जा सके।

तेजी से गिर रहा ग्राउंड वाटर

कानपुर में तेजी से ग्राउंड वाटर लेवल गिर रहा है। हालात ये हैं कि हर साल एवरेज 60 सेंटीमीटर तक ग्राउंड वाटर लेवल नीचे जा रहा है। कुछ साल पहले यह 45 सेमी। प्रति साल था। इस समस्या के हल के लिए शासन ने 300 स्क्वॉयर मीटर और इससे अधिक एरिया वा मकानों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट कम्प्लसरी कर दिया है। केडीए में अप्लाई किए गए मैप रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट को शामिल किया जाना जरूरी है। पर मैप पास होने के बाद नॉर्मली लोग प्लांट बनवाना भूल जाते हैं। प्लांट बनवा भी लिया तो बाद में वह परवाह नहीं करते हैं कि मानसून सीजन में प्लांट चालू हालत में है या नहीं है। तीन साल पहले केडीए ने रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्लांट्स की जांच की तो फिफ्टी परसेंट प्लांट खराब मिले थे।

फिर भी फायदा नहीं

इस साल जून, जुलाई और अगस्त में अब तक 650 मिलीमीटर से अधिक बारिश हो चुकी है। जो कि नॉर्मल से अधिक है। पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग के इंतजाम न होने से में नॉर्मल से अधिक बारिश होने का फायदा नहीं मिल रहा है। केडीए की वेबसाइट के मुताबिक, केवल इस साल जुलाई तक ही 276 मैप पास किए जा चुके हैं। इनमें काफी संख्या में मैप 300 स्क्वॉयर मीटर से अधिक एरिया वाली बिल्डिंग्स के हैं।

147 बिल्डिंग दायरे में

केडीए सेक्रेटरी एसपी सिंह ने बताया कि कुछ समय पहले निर्माणाधीन बिल्डिंग्स का सर्वे कराया गया था। रेनवाटर हार्वेस्टिंग के दायरे में 147 बिल्डिंग पाई गई थी। इनमें भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग कराई जाएगी। एनफोर्समेंट टीम को 300 स्क्वॉयर मीटर एरिया से अधिक वाली बिल्डिंग की लिस्ट दे दी गई है। उन्हें जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने को कहा गया है।

यूं पास हुए मैप

जनवरी--46

फरवरी-- 44

मार्च--49

अप्रैल-- 34

मई-- 47

जून- 19

जुलाई- 37

(डेटा केडीए की वेबसाइट के मुताबिक है)