- इस बार भी कांवड़ एनएच-58 से ही गुजरेंगे कांवडि़ए

- कमिश्नर ने दिए कांवड़ मार्ग को सुगम बनाने के आदेश

Meerut: कांवड़ मार्ग बदहाल और प्रशासन एक बार फिर लीक पीट रहा है। शुक्रवार को कमिश्नर आलोक सिन्हा ने कांवड़ मार्ग की मरम्मत के आदेश पीडब्ल्यूडी को दिए हैं। कमिश्नर ने पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर को मौजूदा स्थितियों में कांवड़ मार्ग को दुरुस्त करने के आदेश दिए हैं।

पथरीली राहों से गुजरते हैं

20 जुलाई से शुरू हो ऐतिहासिक कांवड़ यात्रा में शामिल होने के लिए इस वर्ष देशभर से करीब 3 करोड़ कांवड़ यात्री शामिल होंगे। हरिद्वार से बाया मंगलौर गंगनहर होते हुए मेरठ पहुंच रहे कांवड़ यात्री करीब 107 किमी की दूरी है। जबकि एनएच-58 से मेरठ की दूरी करीब 150 किमी है। कांवड़ मार्ग के नाम से मशहूर इस मार्ग की मरम्मत के लिए हर साल कागजों पर भागीरथ प्रयास होते हैं।

कमिश्नर ने किया निरीक्षण

कमिश्नर के निर्देश पर प्रशासनिक अधिकारियों ने कांवड़ मार्ग का निरीक्षण किया। निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर कमिश्नर ने पीडब्ल्यूडी को इन स्थानों पर मरम्मत के आदेश दिए हैं। मुख्य अभियंता कड़े निर्देश देते हुए कहा कि एक सप्ताह में क्षतिग्रस्त कांवड़ मार्ग को दुरुस्त कर दें।

देर से जागा प्रशासन

गौरतलब है कि 20 जुलाई से कांवड़ यात्रा आरंभ हो जाएगी और लाखों कांवड़ यात्री रोजाना मेरठ गंगनहर से वैकल्पिक कांवड़ मार्ग से गुजरेंगे। ऐसे में कमिश्नर के आदेश का पालन करना पीब्ल्यूडी के लिए मुश्किल होगा। मजबूरन कांवड़ यात्रियों को करीब 40 किमी अधिक दूरी तय करते हुए एनएच-58 से ही गुजरना होगा। बता दें के कांवड़ मार्ग की मरम्मत की योजना पीडब्ल्यूडी ने इस बार नहीं बनाई थी। सरकार की ओर से कांवड़ मार्ग के चौड़ीकरण की योजना की स्वीकृति मिल गई है। विभाग योजना के तहत सड़क निर्माण करना चाह रहा था।

यहां कराएं मरम्मत

1-नानू पुल से नहर पटरी दौराला पुल तक

2-रार्धना से भूनी चौराहा तक

3-सरूरपुर रजवाहा से करनावल

4-करनावल से लाहौर गढ पुलिया

5-सलावा गंगनहर झाल से भलसौना पुल तक

6-कपसाड़ मोड़ से पुलिस चेकपोस्ट तक

7-कपसाड़ की चौकी से सलावा पुल तक

8-सरूरपुर डिग्री कॉलेज से करनावल झाल तक

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कांवड़ मार्ग कई स्थानों से क्षतिग्रस्त है। पीडब्ल्यूडी को एक सप्ताह में चिह्नित स्थानों पर जीर्णोद्धार का काम कराने के आदेश दिए गए हैं।

आलोक सिन्हा, कमिश्नर, मेरठ मंडल