नवरात्र की नवमी पर घरों में हुआ विशेष आयोजन और पूजन

देवी मंदिरों में भी मां की हुई आरती, भक्तों के लिए नहीं खुले कपाट

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नवरात्र के आखिर दिन इस बार मंदिरों में भी सिर्फ प्रतिकात्मक रूप से नवमी पर्व मनाया गया। इस मौके पर सिटी के प्रमुख देवी मंदिरों में मंदिरों के कपाट भक्तों के लिए तो नहीं खुले, लेकिन मंदिरों में पुरोहितों ने मां की आरती करके लोगों के कल्याण के लिए मंगल कामना की। इस मौके पर घरों में भी लोगों ने विशेष आयोजन किया। विशेष रूप से घरों में राहु काल को छोड़कर पूरे दिन हवन, पूजन और दुर्गा शप्तशती पाठ आदि का आयोजन किया गया। लोगों ने मौजूदा हालात में फैली महामारी से सभी जीवों की रक्षा के साथ ही लोगों के जीवन में खुशहाली का आर्शिवाद मांगा।

कन्या पूजन के स्थान पर भूखों को खिलाया भोजन अष्टमी और नवमी के अवसर पर कन्या पूजन का सनातन धर्म में विशेष महत्व है। लेकिन इस बार कन्या पूजन में लोगों को दिक्कत हुई। कुछ लोगों ने तो आस पड़ोस की कन्याओं को बुलाकर कन्या पूजन किया। लेकिन बड़ी संख्या में ऐसे लोग रहे, जिन्होंने इस बार कन्या पूजन के अवसर पर भूखे लोगों को भोजन कराया। कैंट एरिया स्थित सदर बाजार में कैंट हॉस्पिटल में होली के बाद से सोनभद्र जिला के दुध्दी से प्रयागराज आए मजदूरों की टोली लॉक डाउन में फंसी थी। नवमी के अवसर पर कारगिल शहीद शिवपूजन द्विवेदी की पत्‍‌नी व महिला अधिकार संगठन की सदस्य राधा देवी ने गरीबों की मदद करते हुए उनको भोजन खिलाया। इस अवसर पर उन्होनें मजदूरों के बीच मौजूद कन्याओं का पूजन करते हुए उनको भोजन कराया और ऊपहार दिए। इसके साथ ही उन्होंने वहां मौजूद महिलाओं को साड़ी व प्रसाद का वितरण किया। इस अवसर पर पुलिस कर्मियों ने भी प्रसाद स्वरूप हलवा और पूड़ी ग्रहण किया।