छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: सरायकेला-खरसावां जिले के कपाली ओपी क्षेत्र दोमुहानी पुल से कुछ आगे डोबो में 28 अगस्त की रात जुगसलाई की नाबालिग का अपहरण कर दुष्कर्म किए जाने के मामले में सरायकेला और जमशेदपुर की पुलिस टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए सात दिन में घटना में शामिल 12 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें कपाली ओपी थाना क्षेत्र के पिंटू सिंह, पुड़ीसिली ग्राम केरमेश कुमार, साधु उर्फ वृंदावन कुम्हार, वीरेंद्र महाली उर्फ फुची, महादेव कुम्हार, राजेश सिंह, सुकेन सिंह सरदार, महेश्वर सिंह सरदार, बद्रीनाथ सिंह सरदार, सन्यासी दास परशुराम महाली और गुनाधर महाली शामिल हैं। मालूम हो कि पीडि़ता ने अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म, मारपीट, लूट, छेड़खानी का आरोप लगाते हुए 29 अगस्त को प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

सरायकेला-खरसावां के एसपी कार्तिक एस ने मंगलवार को आदित्यपुर क्लस्टर सभागार में बताया कि सही समय पर सूचना मिलने और पुलिस सक्रियता के कारण पीडि़ता के साथ आरोपित कोई बड़ी अप्रिय घटना को अंजाम नहीं दे पाए। भाग गए थे। आरोपितों के पास से 10 मोबाइल, एक बाइक, कार व दो हजार रुपये बरामद हुआ है। पीडि़ता का फोन बरामद नहीं हुआ है। पुलिस को मेडिकल जांच रिपोर्ट की प्रतीक्षा है। अनुसंधान जारी है। मामले को कोर्ट से अवगत कराया जाएगा। सभी आरोपित पकड़े गए हैं।

यह है पूरा मामला

28 अगस्त की रात नाबालिग अपने दोस्त आशु के साथ फॉच्र्यूनर गाड़ी में दोमुहानी नए पुल से आगे घूमने गई थी, तभी गाड़ी में कुछ खराबी आने के कारण गाड़ी कुछ देर के लिए सड़क किनारे खड़ी की थी। जैसा कि घटना में शामिल आरोपितों ने पुलिस को बताया उसके अनुसार सुकेन सिंह सरदार, महेश्वर सिंह सरदार, बद्रीनाथ सिंह सरदार और सन्यासी दास डोबो रोड में होटल से खाना खाकर वापस पुड़ीसिली की तरफ लौट रहे थे, तभी सभी की निगाह कार पर पड़ी। कार के पास गए। पीडि़ता के दोस्त को बाहर निकाला। रुपये मांगने लगे। नहीं देने पर उसके साथ मारपीट की। इस बीच परशुराम महाली, गुणाधर महाली, वीरेंद्र महाली, महादेव कुम्हार जो स्कूटी और बाइक से एनएच-33 की ओर जा रहे थे। वे भी हल्ला-गुल्ला सुनकर कार के पास आ गए। मारपीट की सूचना पर पिंटू और रमेश एक बाइक से और साधु और राजेश दूसरी बाइक से वहां पहुंच गए। सभी आरोपित अगल-बगल के गांव के निवासी होने के कारण एक-दूसरे को पहचान रहे थे। सभी 12 आरोपित पीडि़ता तथा उसके दोस्त के साथ मारपीट करते हुए दो हजार रुपये छीन लिए। पीडि़ता को कार से खींचकर रोड किनारे जंगल में ले जाकर गलत हरकत की। इस दौरान पीडि़ता के साथी की सूचना पर दोनों जिले की पुलिस इलाके में सक्रिय हो चुकी थी।

नदी की ओर ले गए पीडि़ता को

पुलिस के सक्रिय होने और वाहनों का आवागमन गांव के पास अधिक होने के कारण सभी आरोपित भयभीत हो गए। रमेश सिंह की जिस बाइक से रमेश और पिंटू घटनास्थल पर पहुंचे थे। रोशनी में नदी किनारे होते हुए पीडि़ता को गौरी रोड तक ले जाने लगे। पिंटू ने साधु सन्यास को बोला कि उसके घर जल्दी जाओ। कार को लेकर गौरी रोड ले आओ।

घोड़ा चौक के पास छोड़ा

पिंटू सिंह, राजेश, रमेश, साधु को छोड़ कर सभी अन्य सभी आरोपित अपने-अपने घर भाग गए। इसके बाद पिंटू सिंह, राजेश, रमेश और साधु ने मिलकर पीडि़ता को कार में बैठाया। कार पिंटू सिंह चलाने लगा। राजेश, रमेश और साधु रमेश की बाइक से कार के आगे-आगे निगरानी करते हुए बढ़ रहे थे। कुछ दूर आगे जाने के बाद रमेश, राजेश और साधु ने बाइक को गौरी रोड के किनारे लगा दिया। फिर तीनों पिंटू की कार में सवार हो गए। पीडि़ता को गम्हरिया, आदित्यपुर, बिष्टुपुर पीएम मॉल होते हुए जुगसलाई स्टेशन रोड घोड़ा चौक के पास छोड़ दिया।

जुगसलाई से बरामद किया

पुलिस टीम पीडि़ता की तलाश में लगी थी। घटनास्थल की घेराबंदी कर दी गई थी। बिष्टुपुर थाना प्रभारी राजेश प्रकाश सिन्हा मौके पर पहुंच गए। सरायकेला एसपी कार्तिक एस समेत कई अधिकारी आए। इस बीच पीडि़ता ने डोबो में खड़े दोस्तों को बताया कि वह जुगसलाई पहुंच गई है। जुगसलाई थाना की पुलिस पहुंची और पीडि़ता को बरामद कर थाना ले गई। वहां सरायकेला-खरसावां के एसपी, जमशेदपुर के सिटी एसपी समेत कई अधिकारी पहुंचे। पीडि़ता से मामले की जानकारी ली। जमशेदपुर पुलिस ने संदिग्धों से पूछताछ की। सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन और स्नीफर डॉग उपलब्ध करवाकर मामले के उद्भेदन में सहयोग किया।

मामले के उद्भेदन में सरायकेला-खरसावां और जमशेदपुर पुलिस टीम ने सराहनीय कार्य किया है। पूरी टीम को पुरस्कृत किया जाएगा। कहा कि आरोपितों को सजा दिलाने में पुलिस कोई कसर नहीं, छोड़ेंगी।

-कुलदीप द्विवेदी, डीआइजी, कोल्हान