VARANASI: पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस को पूरी तरह से हाई टेक और स्मार्ट सिटी बनाने की योजना को लेकर हर रोज नए-नए प्लान तैयार हो रहे हैं। स्मार्ट सिटी के तहत काशी विश्वनाथ धाम की तर्ज पर काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव परिक्षेत्र बनाने का भी प्लान तैयार किया गया है। इनका भी धाम बिल्कुल वैसा ही होगा जैसा काशी विश्वनाथ धाम बनाया जा रहा है। योजना के तहत बाबा काल भैरव धाम को निकट के पंचगंगा घाट, बालाजी घाट व रामघाट से जोड़ा जाएगा। ताकि घाट पर स्नान करने के बाद श्रद्धालु सीधे बाबा के धाम दर्शन करने पहुंच सकें। योजना को लेकर राज्य मंत्री डॉ। नीलकंठ तिवारी ने पहल शुरू कर दी है।

टाउनहॉल की गलियों से रास्ता
काल भैरव कॉरीडोर तक पहुंचने का रास्ता सिर्फ विशेश्वरगंज या बालाजी घाट से नहीं टाउनहॉल से भी होगा। टाउनहॉल के आसपास की गलियों से भी कालभैरव मंदिर जाने का रास्ता है। प्रस्तावित प्लान के तहत टाउनहॉल स्पेशल जोन में गोशाला भूमि व कुछ भवनों को लेकर संकरे रास्ते को चौड़ा कर मंदिर तक पहुंचना आसान किया जाएगा। बाबा कालभैरव मंदिर परिक्षेत्र के साथ वहां के पूरे एरिया को चौड़ा किया जाएगा। इससे पूरा इलाका खुला-खुला दिखेगा। काल भैरव धाम बनने से यहां आने वाले श्रद्धालुओं को बाबा का दर्शन पाने में ज्यादा मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ेगा।

1380 एकड़ होगा खूबसूरत
बनारस को स्मार्ट बनाने के लिए 2520 करोड़ रुपए से काशी विश्वनाथ मंदिर को केंद्र में रखकर 1380 एकड़ परिक्षेत्र को खूबसूरत, स्वच्छ और व्यवस्थित करने का प्लान तैयार किया गया है। इसमें क्षेत्र आधारित विकास कायरें पर 1650 करोड़ और शहर की मुख्य समस्याओं के समाधान पर 818 करोड़ रुपये खर्च किया जाना प्रस्तावित है। फ‌र्स्ट फेज में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, सिटी कमांड कंट्रोल सेंटर, सर्विलांस सिस्टम समेत आधा दर्जन विकास कार्य पूरे होने के बाद अब शहर को व्यवस्थित करने की तैयारी शुरू की गई है।

कनाट प्लेस जैसा लुक
दूसरे फेज में विश्वनाथ मंदिर जाने के मुख्य मार्ग में पड़ने वाले टाउनहॉल और आसपास के क्षेत्र को स्पेशल बिजनेस जोन के रूप में विकसित किया जाएगा। इसमें टाउनहॉल के किनारे बसे मालवीय मार्केट को दिल्ली के कनॉट प्लेस की तरह बनाने के साथ अंडरग्राउंड मल्टी लेवल पार्किंग डेवलप की जाएगी। इससे बाहर से आने वाले पर्यटकों व श्रद्धालुओं को गाड़ी पार्क करने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। करीब एक साल बाद पुरानी काशी के टाउनहॉल क्षेत्र को स्पेशल जोन और विश्वस्तरीय बिजनेस सेंटर बनाने के लिए टेंडर जारी किया गया है। इस प्रोजेक्ट पर करीब 300 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसमें काल भैरव कॉरीडोर भी एक है।

मंडी की बदलेगी तस्वीर
टाउनहॉल से कुछ दूरी पर स्थित पूर्वाचल की सबसे बड़ी विशेश्वरगंज गल्ला मंडी की तस्वीर भी बदलेगी। यहां फैली गंदगी और अव्यवस्था पूरी तरह से समाप्त होगी। स्मार्ट सिटी योजना के तहत इस मंडी को भी व्यवस्थित किया जाएगा। यहां घी-तेल से लेकर गुड़-चीनी, गल्ला, सब्जी कारोबारियों के लिए आधुनिक व्यवसायिक काम्प्लेक्स बनाए जाएंगे। ताकि बाबा काल भैरव के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं को काशी का हर कोना साफ और स्वच्छ दिखे।

नीलकंठ ने की अगुवाई
टाउनहॉल स्पेशल बिजनेस जोन बनाने में जनसहयोग के लिए राज्य मंत्री डॉ। नीलकंठ तिवारी ने पहल तेज की है। उन्होने कमिश्नर दीपक अग्रवाल व स्मार्ट सिटी सीईओ व नगर आयुक्त आशुतोष कुमार द्विवेदी के साथ पूरे इलाके का निरीक्षण किया है। प्रोजेक्ट से प्रभावित होने वाले मालवीय मार्केट व जवाहर मार्केट के दुकानदारों से मंत्री ने बातचीत भी की है। 300 से ज्यादा दुकानदारों को आश्वस्त किया गया है कि यहां का छोटा-बड़ा कोई भी कारोबारी विस्थापित नहीं होगा। बिजनेस सेंटर में सभी को दुकानें उपलब्ध कराई जाएंगी। आने वाले दिनों में बाबा काल भैरव परिक्षेत्र में होने वाले चौड़ीकरण पर स्थानीय लोगों से बातचीत कर प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया जाएगा।

एक नजर

2520

करोड़ रूपए से स्मार्ट बनना है बनारस

1650

करोड़ क्षेत्र आधारित विकास कायरें पर किया जाएगा खर्च

818

करोड़ सिटी की मुख्य समस्याओं के समाधान पर होगा खर्च

1380

एकड़ पुरानी काशी परिक्षेत्र में किया जाएगा बदलाव

300

से ज्यादा दुकानदारों से हुई है बिजनेस हब पर बात

02

फेज में किया जाना है पूरा है काम
प्रोजेक्ट के तहत सबंधित दुकानदारों के सामने पूरे प्रोजेक्ट का प्रेजेंटेशन दिया जाएगा। इस पर सहमति भी ली जाएगी। इसके बाद काम शुरू होगा। काल भैरव मंदिर परिक्षेत्र को भी विश्वनाथ कॉरीडोर जैसा बनाने को लेकर प्लान बन रहा है।

दीपक अग्रवाल, कमिश्नर