पिछले पांच वर्षो से सफलता के शीर्ष पर काबिज हैं बेटियां

हाईस्कूल में 51 व इंटरमीडिएट में 44 जिलों में लड़कियां डिस्ट्रिक्ट टॉपर

दोनों कक्षाओं की प्रदेश की टॉप फाइव लिस्ट से लड़के बाहर

ALLAHABAD: सूबे में यूपी बोर्ड के रिजल्ट में इस बार भी लड़कियां सफलता के शीर्ष पर काबिज रहीं। पिछले पांच वर्ष से कायम बेटियों की मेधा का तिलिस्म तोड़ने में लड़के नाकाम रहे। इंटरमीडिएट व हाईस्कूल की टॉप फाइव लिस्ट में सिर्फ बेटियों को ही जगह मिली है। वहीं प्रदेश के 75 जिलों के परीक्षा परिणाम में हाईस्कूल में 51 व इंटरमीडिएट में 44 जिलों में बेटियों ने डिस्ट्रिक्ट टॉप किया है।

पासिंग परसेंटाइल में भी पछाड़ा

यूपी बोर्ड हाईस्कूल परीक्षा में इस बार कुल 14,71,909 बालिकाएं शामिल हुई, जिनमें से 13,41,066 बालिकाएं यानि 91.11 प्रतिशत। जबकि परीक्षा में शामिल 17,87,294 बालकों में 14,71,909 यानि 84.82 प्रतिशत को सफलता मिली। इस तरह लड़कियों का पासिंग प्रतिशत लड़कों से 06.29 प्रतिशत अधिक रहा। वहीं इंटरमीडिएट में 1304512 प्रतिभागियों में 1206434 छात्राओं को सफलता मिली। पासिंग परसेंटाइल 92.48 रहा। बालकों में 1612756 परीक्षार्थियों में 1360338 को सफलता मिली। पासिंग परसेंटाइल 84.35 रहा। इस प्रकार इंटर में भी लड़कियों का पासिंग परसेंटाइल लड़कों से 8.13 प्रतिशत अधिक रहा।

इंटर में पांच से 90 के पार

यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा में पिछले पांच साल से लड़कियों का पासिंग परसेंटाइल 90 प्रतिशत के पार ही रहा। जबकि लड़के इस आंकड़े को छू नहीं पाए। वर्ष 2012 में लड़कों का पासिंग परसेंटाइल 84.73 रहा। जबकि लड़कियों का 95.52 प्रतिशत रहा। वर्ष 2013 में लड़कों का पासिंग परसेंटाइल 89.79 और लड़कियों का प्रतिशत 96.32 रहा। वर्ष 2014 में लड़कों का पासिंग परसेंटाइल 95.13 और लड़कों का 89.81 प्रतिशत रहा। वर्ष 2015 में सूबे में 92.16 प्रतिशत उत्तीर्ण हुई, जबकि लड़कों का पासिंग परसेंटाइल 88.83 रहा।

हाईस्कूल में भी रहीं आगे

हाईस्कूल की परीक्षाओं के परिणाम पर नजर डाले तो वर्ष 2012 में 79.61 प्रतिशत बालक व 88.95 प्रतिशत बालिकाएं उत्तीर्ण रही। 2013 की परीक्षा में 91.25 प्रतिशत बालिकाएं सफल रही, वहीं बालकों को 82.87 प्रतिशत के साथ संतोष करना पड़ा। इसी प्रकार वर्ष 2014 में भी बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 90.86 व बालकों का उत्तीर्ण प्रतिशत 83.25 रहा। वर्ष 2015 में भी बालकों का प्रतिशत 79.73 व बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 91.11 रहा।