- हॉस्पिटल में बढ़ गई कोल्ड डायरिया के मरीजों की संख्या

LUCKNOW:

सर्दी का मौसम आते ही लोगों की फूड हैबिट में बदलाव आ जाता है और लोग स्वाद के चलते कई बार ज्यादा खा लेते हैं। यही नहीं सर्दी के मौसम में लोग बासी खाना खाने से भी परहेज नहीं करते हैं और पानी पीना भी कम कर देते हैं। इन्हीं कारणों से राजधानी में पेट की समस्या के साथ कोल्ड डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। डॉक्टर्स का मानना है कि मौसम कोई भी हो खानपान का पूरा ध्यान रखना ही बचाव का तरीका है।

बासी खाना बना मुसीबत

सिविल हॉस्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ। आशुतोष दुबे ने बताया कि सर्दी में लोग ज्यादा खा लेते हैं। इस समय हरी पत्तेदार सब्जियां ज्यादा आती हैं। लोग इन्हें ठीक से साफ करके नहीं खाते हैं और सब्जियों में मौजूद कीड़े उनके पेट में चले जाते हैं। इसके साथ लोग बाहर भी फास्ट फूड खूब खाते हैं। जो कई दिन पुराना भी होता है। इस तरह के बासी खाने से बचना चाहिए। इसके साथ कोल्ड डायरिया के भी मामले बढ़े हैं, जो बासी खाना और कम पानी पीने आदि से होता है। इस समय हॉस्पिटल में इस तरह के डेली 8-10 मामले आ रहे हैं।

बढ़ते जा रहे पेशेंट

बलरामपुर हॉस्पिटल में भी पेट और कोल्ड डायरिया के पेशेंट बढ़ रहे हैं। प्रवक्ता डॉ। एसएम त्रिपाठी ने बताया कि कोल्ड डायरिया की समस्या सर्वाधिक बच्चों में देखने को मिल रही है। ऐसे करीब 50-60 पेशेंट रोज आ रहे हैं। वहीं गलत खानपान के चलते भी पेट की समस्या वाले 15-20 मरीज रोज अस्पताल दिखाने आ रहे हैं। ज्यादातर मरीजों में यह समस्या बासी खाना खाने से हो रही है।

डिटॉक्स करना बेहद जरूरी

डॉ। आशुतोष दुबे के अनुसार शरीर को डिटॉक्स करना बेहद जरूरी है। खाने में पेस्टीसाइड और हैवी मेटल आदि मिले रहते हैं, जो बॉडी को नुकसान पहुंचे हैं। ऐसे में बॉडी का डिटॉक्सीफिकेशन करना जरूरी है। इसके लिए एल्कोहल, मांस, चाय-काफी, सॉफ्ट ड्रिंक, डिब्बाबंद जूस, फास्ट फूड आदि का सेवन बंद कर देना चाहिए। इसकी जगह ताजी सब्जियां, व्यायाम, नाश्ते के तौर पर हल्का-फुल्का खाना, गुनगुने पानी में आधा नींबू का रस मिलाकर पिएं।

ये हैं प्रमुख कारण

- बासी तथा बाहर का खाना खाना

- ठंड के मौसम में कम पानी पीना

- बैक्टीरियल इंफेक्शन का होना

- ठंड में ऊनी कपड़े पहनने में लापरवाही

ये हैं लक्षण

- पेट में दर्द होना

- बुखार का आना

- उल्टी होना

- बदन दर्द के साथ थकान लगना

ऐसे करें बचाव

- गर्म कपड़ों से शरीर को ढक कर रखें

- शरीर में पानी की कमी न होने दें

- ठंडे की जगह हल्का गुनगुना पानी पिएं

- बासी चीजें खाने से बचें

- हरी सब्जियों को ठीक से धोने के बाद ही बनाएं

- मेटाबॉलिज्म को सही रखने के लिए थोड़ा-थोड़ा खाएं