एक्सक्लूसिव

- घर, फैक्ट्री आदि कंस्ट्रक्शन वर्क के लिए जारी किए जाने वाले प्रीपेड मीटर खत्म,

-प्रीपेड मीटर न होने के कारण केस्को जारी नहीं कर रहा है अस्थाई कनेक्शन

-घर बनवाने के लिए पानी की जरूरत पूरी करने को लोग नहीं लगवा पा रहे सबमर्सिबल

KANPUR: देवेन्द्र सिंह रतनपुर स्थित प्लॉट पर घर बनाने का काम शुरू करने की तैयारियों में जुटे हुए हैं, लेकिन उनकी इस कोशिश में केस्को खलनायक बन गया है। केस्को में प्री पेड इलेक्ट्रिसिटी मीटर खत्म हो चुके हैं। जिसकी वजह से उन्हें अस्थाई कनेक्शन नहीं मिल पा रहा है। इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन न होने की वजह से वह सबमर्सिबल पम्प लगाकर घर बनाने के लिए जरूरी पानी भी नहीं जुटा पा रहे हैं। देवेन्द्र के पास सबस्टेशन से लेकर केस्को मुख्यालय के अफसरों के चक्कर लगाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। केस्को अफसर प्रीपेड मीटर का ऑर्डर हो जाने की बात कहकर लोगों को टरका रहे हैं।

बिना मीटर नो केनक्शन

केस्को घर, फैक्ट्री, ऑफिस आदि के कंस्ट्रक्शन के लिए अस्थाई कनेक्शन जारी करता है। इन अस्थाई कनेक्शन में नॉर्मल की जगह केवल प्रीपेड मीटर ही लगाता है। केस्को अब तक 2500 के लगभग प्री पेड इलेक्ट्रिसिटी मीटर लगा चुका है। प्रीपेड मीटर लगाने से केस्को को दो फायदे होते हैं। एक तो कांट्रैक्ट लोड से अधिक बिजली के इस्तेमाल पर बन्द हो जाते हैं। दूसरे इस्तेमाल की गई पूरी बिजली का पैसा मिल जाता है। पहले की तरफ बगैर मीटर के अस्थाई कनेक्शन में फिक्स्ड बिलिंग के कारण केस्को को नुकसान नहीं उठाना पड़ता है। पर करीब एक महीने से केस्को में प्रीपेड इलेक्ट्रिसिटी मीटर्स का टोटा है। प्रीपेड मीटर खत्म हो जाने के कारण केस्को ने अस्थाई कनेक्शन जारी करना बन्द कर दिया है। उ.प्र। विद्युत नियामक आयोग के सख्त रवैए के कारण पहले की तरह अब बगैर मीटर के कनेक्शन भी नहीं दे देता है।

करना पड़ेगा अभी इंतजार

केस्को अफसरों के मुताबिक प्री पेड इलेक्ट्रिसिटी मीटर सोलन स्थित फैक्ट्री से करीब 4000 प्री पेड मीटर आने हैं। कम्पनी से बात हो चुकी है। जल्दी ही केस्को अफसरों को भेजकर कम्पनी में बने प्री पेड मीटर की जांच की जाएगी। इस प्रॉसेस में भी एक से दो महीने तक लग सकते हैं।

बिजली चोरी में फंसने का डर

बिल्डिंग बनवाने के लिए पानी की काफी जरूरत पड़ती है। इसलिए लोग कंस्ट्रक्शन शुरू करने से पहले सबमर्सिबल पम्प लगवा लेते हैं। बगैर कनेक्शन के चोरी-छिपे बिजली के इस्तेमाल पर भारी-भरकम जुर्माने का डर सता रहा है। हो भी क्यों न अस्थाई कनेक्शन के केस पर केस्को की रेड टीम 8000 रुपए प्रति किलोवॉट पर कम्पाउंडिंग वसूलती है। साथ ही एक साल का रेवेन्यू असेसमेंट अलग से भरना पड़ता है। जिसमें बिजली की दरें भी घरेलू से कहीं ज्यादा होती हैं।

- प्रीपेड खत्म हो गए हैं। कम्पनी को ऑर्डर किए जा चुके हैं। जल्द ही जल्द प्रीपेड मीटर मंगाने की पूरी कोशिश की जा रही है।

- योगेश हजेला, चीफ इंजीनियर केस्को