-केजीएमयू के एनॉटमी विभाग में 3 डी सीटी-स्कैन गैलरी का शुभारंभ

-एमआरआई के बाद अब थ्रीडी सीटी की सुविधा

LUCKNOW:

केजीएमयू के मेडिकोज एनॉटमी की पढ़ाई अब हाईटेक थ्रीडी इमेजिंग गैलरी से कर सकेंगे.इसका फायदा यह होगा कि अब वे थ्रीडी सीटी स्कैन की इमेज से शरीर के बारे में बेहतर तरीके से जानकारी पा सकेंगे। इसके लिए संस्थान के एनॉटमी विभाग में सोमवार को देश की पहली थ्रीडी सीटी स्कैन गैलरी का शुभारंभ वीसी प्रो। रविकांत ने किया। इससे अब सिर्फ चित्र देखकर ही किसी अंग के बारे में बेहतर जानकारी मिल जाएगी।

बेहतर समझ सकेंगे स्टूडेंट

एनॉटमी विभाग में मानव शरीर के बारे में पढ़ाया जाता है। शरीर में अंदर कहां पर कौन सा अंग है और छूकर समस्याओं को कैसे जान सकेंगे इसकी पढ़ाई यहीं पर मेडिकोज अभी डेड बॉडीज पर करते हैं। लेकिन इससे सिर्फ सामने की ही जानकारी मिलती है। थ्रीडी सीटी स्कैन गैलरी के बारे में जानकारी देते हुए विभाग के प्रमुख प्रो। पीके शर्मा ने बताया कि अब सीटी स्कैन व एमआरआई मशीन से मेडिकल छात्रों को शारीरिक संरचना के बारे में जानकारी दी जाती है। जिसमें एक ही फिल्म में किसी अंग की थ्रीडी इमेज बनती है। इससे हम उसके बारे में बेहतर समझ सकते हैं। थ्रीडी 64 स्लाइस सीटी स्कैन गैलरी के माध्यम से लगायी जाने वाली मशीन शरीर के किसी भी हिस्से को 64 स्लाइस यानि टुकड़ों में काटकर उसकी इमेज शो करता है। जिससे मेडिकोज को सीखने में आसानी होगी।

बनी थी कैडेवर स्किल लैब

इससे पूर्व एनॉटमी डिपार्टमेंट में ही देश की पहली कैडेवर स्किल लैब की भी शुरूआत हो चुकी है। इसके लिए एनॉटमी विभाग ने रेडियो डायग्नोस्टिक विभाग के सहयोग से अभी तक 40 इमेजेस को तैयार किया है, जिन्हें गैलरी में लगाया जाएगा। इसके बाद जब शरीर केलगभग सभी भागों की इमेज तैयार हो जाएंगी तो गैलरी में इसे लगाया जायेगा। प्रो। शर्मा ने बताया कि विभाग की इमेजिंग गैलरी में अभी तक अल्ट्रासाउंड, 2डी स्कैन व एमआरआई की विस्तृत जानकारी उपलब्ध थी लेकिन थ्रीडी सीटी स्कैन इमेजिंग ने गैलरी की उपयोगिता को और भी बढ़ा दिया है। उन्होंने बताया कि केजीएमयू प्रदेश का ही नहीं बल्कि देश का ऐसा अकेला संस्थान है, जहां इस विशेष इमेजिंग गैलरी से मेडिकोज को शारीरिक शिक्षा का ज्ञान दिया जाता है। कार्यक्रम में डीन प्रो। आशुतोष कुमार, डॉ। गरिमा सहगल, प्रो। नवनीत कुमार, प्रो। शादाब मोहम्मद, डॉ। हैदर अब्बास सहित अन्य लोग मौजूद रहे।