- हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन विभाग में शुरू होगा एमबीए कोर्स

- दो लाख होगी फीस, एकेडमिक काउंसिल की मीटिंग में लगेगी मुहर

sunil.yadav@inext.co.in

LUCKNOW :मेडिकल की पढ़ाई के लिए पूरी दुनिया भर में मशहूर किंग जॉर्ज मेडिकल मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के टीचर्स मैनेजमेंट का कोर्स भी पढ़ाएंगे। यही नहीं बाकायदा स्टूडेंट्स को एमबीए की डिग्री भी दी जाएगी। हाल ही में हुई बोर्ड आफ स्टडीज की बैठक में केजीएमयू में एमबीए (हॉस्पिटल एंड हेल्थ मैनेजमेंट) कोर्स शुरू करने को हरी झंडी दी है। इसके बाद अप्रूवल के लिए इसे एकेडमिक काउंसिल की मीटिंग में रखा जाएगा। जिसके बाद आने वाले सत्र से ही एमबीए कोर्स में एडमिशन देने की तैयारी है।

तैयार होंगे हॉस्पिटल मैनेजर्स

केजीएमयू प्रशासन ने हॉस्पिटल्स को बेहतर तरीके से चलाने के लिए एमबीए कोर्स शुरू करने की तैयारी की है। ताकि कम संसाधनों में बेहतर तरीके से हॉस्पिटल को चलाने के लिए मैनेजर्स तैयार हो सके। इन मैनेजर्स का भी मेडिकल बैकग्राउंड होना जरूरी है। इसके लिए डिपार्टमेंट आफ हॉस्पिटल एडमिनिट्रेशन में 24 दिसंबर को हुई बोर्ड आफ स्टडीज की मीटिंग ने एमबीए कोर्स शुरू करने के लिए अनुमति दी है। इस कमेटी में डिपार्टमेंट एचओडी प्रो। यूबी मिश्रा, पीजीआई के हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट के एचओडी प्रो। हेम चंद्रा, मेडिकल सुप्रीटेंडेंट प्रो। विजय कुमार, व केजीएमयू के डिपार्टमेंट आफ हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन के डॉ। प्रमोद कुमार, डॉ नितिन दत्त भारद्वाज भी शामिल थे। बैठक में एडमिशन से लेकर कोर्स तक को हरी झंडी दी गई। अब 9 जनवरी को होने वाली एकेडमिक काउंसिल की बैठक में कोर्स को शुरू किए जाने को लेकर अनुमति दी जा सकती है। जिसके बाद यह आने वाले सत्र से केजीएमयू में एमबीए कोर्स में प्रवेश शुरू कर दिए जाएंगे।

एआईसीटीई से लेनी होगी अनुमति

एकेडमिक काउंसिल से अनुमति मिलने के बाद केजीएमयू प्रशासन को ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्नीकल एजूकेशन (एआईसीटीई), मिनिस्ट्री आफ ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट नई दिल्ली से कोर्स चलाने के लिए अप्रूवल लेना होगा। जिसके बाद ही डिग्री स्टूडेंट्स को अवार्ड की जा सकेगी। केजीएमयू में यह कोर्स शुरू होने पर चार सेमेस्टर का कोर्स होगा। प्रत्येक सेमेस्टर छह माह का होगा। हालांकि सीटों की संख्या एआईसीटीई से अप्रूवल के बाद ही तय हो सकेगा।

एडमिशन प्रोसेस

एमबीए में एडमिशन सिर्फ मेडिकल बैकग्राउंड (एमबीबीएस, बीडीएस, बीयूएमएस, बीएएमएस, बीएचएमएस, बीपीटी, बीएससी नर्सिग या बैचलर हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन) वाले स्टूडेंट्स को ही मिलेगा। इनमें भी वे ही स्टूडेंट अप्लाई कर सकेंगे जिनके कम से कम 50 परसेंट मा‌र्क्स के साथ डिग्री पूरी की हो। इसके साथ ही एमबीए कोर्स में एडमिशन के लिए मैनेजमेंट कॉलेजों की तरह रिटेन अप्लीकेशन के साथ ग्रुप डिस्कशन और पर्सनल इंटरव्यू (जीडी एंड पीआई) को पास करना होगा। मेरिट के आधार पर एडमिशन होंगे।

दो लाख होगी फीस

एंट्रेंस एग्जाम और जीडी पीआई क्वालीफाई करने वाले कंडीडेट्स को दो लाख फीस देनी होगी। इसमें 50 हजार रुपए प्रति सेमेस्टर फीस है जो प्रत्येक सेमेस्टर की शुरुआत में देनी होगी।

कोट

यूपी में स्वास्थ्य सेवाओं की 360 डिग्री डेवलपमेंट के लिए केजीएमयू प्रतिबद्ध है। इसके लिए कई नए कोर्स शुरू पर विचार किया जा रहा है।

डॉ। वेद प्रकाश, डीएमएस, केजीएमयू