पं राजीव शर्मा (ज्योतिषाचार्य)। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब सूर्यदेव अपने गुरु ग्रह की राशि मीन एवं धनु में रहते हैं तब खरमास का आरम्भ कहा जाता है।ऐसे में विवाह आदि एवं उससे संबंधित संस्कार,शुभ कार्य वर्जित रहते हैं। खरमास समाप्ति के पश्चात यह शुभ कार्य विधिवत आरम्भ किये जाते हैं। दिनाँक 14 मार्च 2021,रविवार को सूर्यदेव अपनी गुरु की राशि मीन में साँय 6:03 बजे प्रवेश करेंगे।यह मीन संक्रांति 45 मुहर्ती समर्घ है।इसका पुण्यकाल दोपहर 11:39 बजे के बाद होगा।इस बार महाकुम्भ पर इस दिन स्नान-दान का मिलेगा विशेष लाभ।

फुलेरा दूज का अबूझ मुहूर्त
यद्यपि दिनाँक 15 मार्च 2021, सोमवार को फुलेरा दूज का अबूझ मुहूर्त होने के कारण कुछ शुभ कार्य,विवाह आदि सम्पन्न किये जा सकते हैं।इस दिन यायिजययोग सूर्योदय से साँय 5:06 बजे तक रहेगा।

12 अप्रैल को खत्म होगा खरमास
खरमास की समाप्ति मेष की संक्रांति के साथ ही दिनाँक 12 अप्रैल 2021 को होगी। इसके बाद सभी शुभ एंव मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं।

मीन संक्रांति गोचर फल
लग्नेश बृहस्पति नीचस्थ व शनि के साथ शनि छेत्री है।सूर्य-चंद्र पर शनि की दृष्टि भी है।इन योगों के कारण सोना,चांदी आदि धातुओं घी,चीनी,तिल आदि तेजी के योग की संभावनाएं बनेंगी।