-23 मई तक जमा करानी होगी दूसरी किश्त

-जिले में 670 हजयात्रियों को इस साल होना है रवाना

-पिछले साल के मुताबिक 31 से 32 हजार अधिक होंगे देने

ALLAHABAD: पिछले साल के मुकाबले इस साल हजयात्रा महंगी हो गई है। जानकारी के मुताबिक हजयात्रियों को 31 से 32 हजार रुपए अधिक जमा कराना होगा। हालांकि, हज कमेटी ऑफ इंडिया ने दूसरी किश्त जमा कराने की अंतिम तिथि 23 मई घोषित कर दी है। इसके पहले हजयात्रियों को बैंक में किश्त जमा करानी होगी। खुद्दामाने हज कमेटी ने हजयात्रियों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।

लग गई 18 फीसदी जीएसटी

जानकारी के मुताबिक इस बार हज की फीस में 18 फीसदी जीएसटी को भी जोड़ दिया गया है। बताया जाता है कि वाया लखनऊ या वाराणसी होकर जाने वालों को इस बार 30 से 32 हजार रुपए अधिक देने होंगे। उधर, सरकार ने भी इस बार से हज यात्रा पर सब्सिडी का प्रावधान भी खत्म कर दिया है। यही कारण है कि हजयात्रियों को अधिक पैसा जमा कराना पड़ेगा।

कहां देनी होगी कितनी किश्त

इस साल हजयात्रा पर जिले से 670 लोगों को रवाना होना है। सभी ने 81 हजार की पहली किश्त जमा करा दी है

-लखनऊ होकर जाने वाले हजयात्रियों को ग्रीन कैटेगरी के लिए 179100 और अजीजिया कैटेगरी के लिए 144950 जमा कराना होगा।

-वाराणसी होकर जाने वालों को ग्रीन के लिए 191100 और अजीजिया के लिए 156900 रुपए जमा कराने होंगे।

रिपीटर वालों को भी अधिक

यह पैसा एसबीआई या यूनियन बैंक की शाखा में 23 मई से पहले जमा कराना है। इसकी रसीद डाक द्वारा स्टेट हज कमेटी लखनऊ को भेजी जानी है। जिन्होंने रिपीटर का फॉर्म भरा है उन्हें दो हजार रियाल की अतिरिक्त कीमत अदा करनी होगी।

पहली किश्त जमा कराने के बाद हज यात्रियों को दूसरी किश्त 23 मई से पहले जमा करानी है। इसके अलावा कोई अन्य पूछताछ है तो हमारे हेल्प लाइन नंबर 9936226971 या 9450621085 पर कॉल कर सकते हैं।

-हाजी मोइन अहमद खां, सचिव, खुद्दामाने हज कमेटी इलाहाबाद