-रविवार की रात किडनैप हुआ था 10 वर्षीय अंशराज

-परिजनों ने ड्राइवर अजय पर दर्ज कराई थी अपहरण करने की प्राथमिकी

-ललित ग्राम में मां, दादा के साथ रहता है छात्र, ड्राइवर भी सालों से उन्हीं के घर में रह रहा

RANCHI: रविवार की रात रातू के ललित ग्राम से अपहृत क्0 वर्षीय छात्र अंशराज रांची रेलवे स्टेशन पर सोमवार की सुबह बरामद कर लिया गया। उसने रातू थाना पुलिस को बताया कि अपहरण कब और कैसे हुआ, उसे पता नहीं। क्योंकि उस वक्त वह घर में सोया हुआ था। जबकि, परिजनों का कहना था कि अंशराज को नशा की गोली खिलाकर अगवा कर लिया गया था। पुलिस मामले को संदेहास्पद मान कर जांच कर रही है। जबकि परिजनों ने सालों से घर में रह रहे ड्राइवर इंद्रजीत उर्फ अजय पर अपहरण करने का आरोप लगाया है।

क्या है मामला

छात्र के परिजनों ने बताया कि गांव के मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हो रही थी। मौके पर जागरण का भी आयोजन किया गया था। अंशराज और अजय को वहीं एक साथ देखा गया था। इसके बाद दोनों को किसी ने नहीं देखा। बताया गया कि मूलरूप से बिहार के रहने वाले छात्र के पिता का निधन हो चुका है। बिहार में रिंग रोड निर्माण में उनकी कुछ जमीन सरकार ने अधिग्रहित की थी। इस एवज में अच्छी-खासी मुआवजा राशि भी मिली है। परिजनों का कहना है कि इसी रकम के लालच में छात्र का अपहरण किया गया हो। घटना के बाद गांव में जागरण का कार्यक्रम बंद कर दिया गया। लोगों ने हर संभावित जगहों पर उसे खोजा, लेकिन कहीं पता नहीं चला।

आरोपी का बैंक में लाखों का क्रेडिट

मामले में पुलिस ने जब अपहरण के आरोपी अजय के खाते की जांच की, तो उसके बैंक ऑफ इंडिया में डेबिट व क्रेडिट लाखों में पाए गए हैं। उसने पटना पुलिस को बताया है कि उसी का अपहरण कर लेने की योजना थी। वहीं, छात्र के घर में छानबीन से पता चला है कि अजय दो मोबाइल रखता है। एक उसने छात्र के घर पर ही छोड़ दिया है। उसके कपड़े भी यहीं हैं।

आरोपी ने पुलिस को क्यों बताया गलत लोकेशन

पुलिस के मुताबिक, आरोपी अजय के मोबाइल पर फोन कर उससे अंसराज के बारे में पूछताछ की गई। पुलिस को अजय ने बताया कि अंसराज उसके साथ नहीं है और वह स्टेशन आया हुआ है। लेकिन पुलिस ने जब उसके मोबाइल का लोकेशन निकाला, तो वो कुजू का मिला। इसके बाद पुलिस ने तत्काल आसपास के जिलों की पुलिस को इसकी सूचना दी।

मां ने अजय के नाम की है जमीन रजिस्ट्री

छात्र की मां ने जिस ड्राइवर सह केयरटेकर इंद्रजीत उर्फ अजय पर बेटे के अपहरण का मामला दर्ज कराया है, उसी के नाम उसने ख्भ् फरवरी को बिहार में जमीन भी रजिस्ट्री की है। इसका खुलासा पुलिस जांच में हुआ है।