- पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर किया खुलासा, बताई सारी कहानी

- गोरखपुर रेलवे स्टेशन से अधेड़ के गायब होने और फिरौती मांगने का मामला

GORAKHPUR: गोरखपुर रेलवे स्टेशन से बिहार निवासी अधेड़ का अपहरण कर बेटे से रंगदारी मांगे जाने के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। आरोपी अधेड़ को स्टेशन से बातों में फुसलाकर अपने ननिहाल ले गया और वहां से उनके बेटे को कॉल कर फिरौती मांगता रहा। रात में अधेड़ को अपने पास ही सुलाया और फिर हत्या कर शव को कमरे में ही दफना दिया। पुलिस जमीन खुदवाकर डेड बॉडी भी बरामद कर ली है।

फिरौती में मांग रहा था सोना

गुरुवार को पुलिस ऑफिस में मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी रामलाल वर्मा ने बताया कि आरोपी की पहचान देश दीपक मालवीय निवासी डुमरी खास, चौरी चौरा के रूप में हुई है। बिहार के मोतिहारी के पंचमंदिर गांव निवासी 50 वर्षीय जितेंद्र तिवारी मंगलवार को गोरखपुर आए थे। उसी दिन उनके बेटे प्रशांत कुमार के मोबाइल पर एक नंबर से कॉल गया। कहा गया कि उनके पिता का रेलवे स्टेशन से अपहरण हो गया है। उन्हें छोड़ने के लिए 50 हजार रुपये व एक किलो सोना देना होगा। इतनी बड़ी रकम का इंतजाम करने में असमर्थता जताने पर अपहर्ता ने कम से कम तीन सौ ग्राम सोने का इंतजाम करने की बात कहीं और फोन काट दिया।

एसएसपी से की शिकायत

पिता के अपहरण होने की जानकारी होने पर प्रशांत कुमार बुधवार को गोरखपुर पहुंचे। एसएसपी से मुलाकात कर पूरे प्रकरण की जानकारी दी। उन्होंने कैंट पुलिस को केस दर्ज कर घटना का पर्दाफाश करने का निर्देश दिया। जिस नंबर से फिरौती मांगी गई थी उसे सर्विलांस पर लगाया गया तो लोकेशन रेलवे स्टेशन पर मिली। सीओ कैंट पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी को अरेस्ट कर लिया।

अचानक कर ली प्लानिंग

आरोपी ने बताया कि अधेड़ से उसकी मुलाकात पहली बार स्टेशन पर ही हुई थी। वह उसे बातों में फंसाकर अपने ननिहाल महराजगंज ले गया। वहीं से उसके बेटे को रंगदारी के लिए कॉल किया। रात में दोनों साथ ही सोए थे। बाद में उसने अधेड़ को मार डाला और डेड बॉडी को कमरे में ही दफना दिया। पुलिस ने जमीन खुदवाकर डेडबॉडी बरामद कर ली। इससे पहले अफसरों के अनुरोध पर डीएम महराजगंज ने जमीन से डेडबॉडी निकलवाने के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त कर दिया था। कैंट पुलिस के पहुंचने पर मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में डेडबॉडी को बाहर निकाला गया।

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आरोपी ने बनाई कहानी

अधेड़ की हत्या करने वाले आरोपी ने हत्या की वजह कुछ और ही बताई है। उसका कहना है कि वह अधेड़ को अपने ननिहाल जरूर ले गया था लेकिन जब दोनों कमरे में सोए थे तो अधेड़ ने उसका शारीरिक शोषण किया। इसी से गुस्से में आकर उसने अधेड़ को कुल्हाड़ी से मार डाला। रात में ही कमरे में गढ्डा खोद कर शव को दफनाकर गोरखपुर चला आया। हालांकि वह इस बात की साफ वजह नहीं बता पाया कि वह अधेड़ को अपने ननिहाल क्यों ले गया और जब हत्या की वजह कुछ और थी तो कॉल कर फिरौती क्यों मांग रहा था?

यह हुई बरामदगी

- घटना में प्रयुक्त कुल्हाड़ी

- मृतक का चमड़े का बैग और वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, कपड़ा, चद्दर और नोकिया का मोबाइल

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22 को है बेटे की शादी

जितेंद्र ने बेटे प्रशांत किशोर की शादी तय की थी। 22 जनवरी को ही बारात जानी है। शादी के लिए खरीदारी करने और गोरखपुर में रह रहे अपने परिचितों, रिश्तेदारों को शादी में शामिल होने के लिए कहने के लिए वे 27 दिसंबर को वह गोरखपुर आए थे।

टीम को 5 हजार का ईनाम

मामले का खुलासा करने वाली टीम में कैंट इंस्पेक्टर ओम हरि वाजपेयी, एसओ धर्मेद कुमार सिंह, गोपाल प्रसाद, उमेश यादव, कांस्टेबल देवेंद्र यादव, धर्मेद्र तिवारी, मोहम्मद कुतुबुद्दीन, अभिलाष, सुभाष सिंह, सोनू यादव, अवेधश यादव शामिल रहे। एसएसपी ने टीम को पांच हजार रुपये का पुरस्कार दिया।