IERT के छात्र के हत्यारों को पुलिस ने भेजा जेल, पर्स-मोबाइल बरामद

ALLAHABAD: जीजा का शीशे से बना आलीशान मकान देखकर साले की नीयत डोल गई। मकान को देखकर मान लिया था कि इनका घर भरा हुआ है और इनसे कुछ भी रकम वसूली जा सकती है। इसी के चलते मामा ने भांजे को फोन करके बुलाया और हाथ-पैर बांधकर बेहोश कर दिया। अपने ही जीजा को फिरौती के लिए फोन किया और पकड़े जाने का अंदेशा होने पर भांजे के खून से अपना हाथ रंग लिया। पुलिस ने आईईआरटी के छात्र अस्मित कुमार की हत्या में गिरफ्तार तीनों आरोपियों गुड्डू, राकेश और रवि को शनिवार को जेल भेज दिया। इससे पहले उन्होंने मृतक का पर्स और मोबाइल भी बरामद करवाया।

अपहरण के बाद ही कर दी हत्या

एसपी सिटी राजेश यादव ने बताया कि गुड्डू ने बड़े भाई राजेश निवासी गोपीगंज के साथ मिलकर अस्मित के अपहरण की योजना बनाई। प्लान में शुरू से ही अस्मित की हत्या कर दिया जाना शामिल था। फिरौती की रकम बाद में वसूली जानी थी। अपनी योजना को अंजाम देने के लिए उन्होंने फोन करके अस्मित को बुलाया। उसे लेकर अपने साथी रवि के फाफामऊ स्थित रूम पर पहुंचे। यहां कोल्ड ड्रिंक में मिलाकर नशीला पदार्थ पिला दिया और बेहोश हो जाने पर उसके हाथ पैर बांध दिए। इसके बाद अस्मित को रवि के हवाले छोड़कर गुड्डू अपने बड़े भाई की ससुराल नया पुरवा चला गया। यहां से उसकी राकेश से बात हुई तो हत्या की योजना तय हुई। भाई से बात के बाद गुड्डू, रवि के यहां पहुंचा। अस्मित को लेकर तीनों ने टैम्पो रिजर्व किया और रूदापुर गोहरी की ओर जाने लगे। टैम्पो चालक को कुछ शंका हुई तो उसने बीच रास्ते में उन्हें उतार दिया और चला गया। इसके बाद गुड्डू और रवि ने तार से अस्मित का गला करके शव को ठिकाने लगा दिया। पुलिस ने रवि की निशानदेही पर उसके फाफामऊ स्थित कमरे से अस्मित का पर्स व मोबाइल भी बरामद कर लिया।

दोस्त के अपहरण का किया था प्रयास

पुलिस ने बताया कि इस घटना को अंजाम देने से पहले गुड्डू ने गोपीगंज में रहने वाले अपने साथी उमेश यादव के अपहरण करने का प्लान बनाया था। इस काम में उसे काफी हद तक सफलता भी मिली थी। लेकिन, बाद में रवि के मना करने पर उसने अपहरण करने के बाद उसे छोड़ दिया था।