कौन थी शीला ?

गुलरिहा के सरहरी निवासी विनेश की शादी पनियरा की शीला के साथ दस साल पहले हुई थी। उनके दो बेटे हैं। शीला का पालन पोषण उसके ननिहाल में हुआ था। वहींउसकी दोस्ती दुर्गेश उर्फ पप्पू से हो गई थी। दोनों के बीच अफेयर भी था, लेकिन शादी को अंजाम नहीं दे सके। पुलिस का कहना है कि शादी के बाद भी शीला और दुर्गेश के बीच मुलाकात होती थी। 22 जनवरी 2014 को शीला की हत्या हो गई थी। उसे गोली मारी गई थी। उसकी डेडबॉडी के पास उसका एक ढाई साल का बेटा मिला था। वह मां की डेडबॉडी से लिपटा हुआ था।

प्रेमी निकला कातिल

शीला के मर्डर केस की जांच कैम्पियरगंज पुलिस ने शुरू की और परिवार वालों की मदद से पुलिस दुर्गेश तक पहुंच गई। पुलिस के अनुसार दुर्गेश हत्या करने के बाद नेपाल भागने की फिराक में था। पुलिस ने दुर्गेश और उसके साथी अशोक को पकड़ लिया। दोनों के पास से शीला का सिम कार्ड बरामद हुआ। एसपी रूरल डॉ। एस। चनप्पा ने बताया कि शीला और दुर्गेश के बीच अफेयर था। दुर्गेश ने उसे पीछा छुड़ाने के लिए ही शीला को फोन करके बुलाया और फिर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। शीला की हत्या में यूज की गई पिस्टल भी पुलिस ने दुर्गेश के पास से बरामद कर ली है। दुर्गेश का साथ देने वाले अशोक को अरेस्ट किया गया और उसके पास से भी तमंचा बरामद हुआ है। दोनों के खिलाफ पहले भी आपराधिक मामले दर्ज है।

पीछा छुड़ाना चाहता था दुर्गेश

पुलिस के अनुसार दुर्गेश और शीला के बीच अफेयर था। शादी के बाद भी मुलाकात का दौर खत्म नहीं हो रहा था। शीला दुर्गेश पर साथ रहने का दबाव बना रही थी लेकिन दुर्गेश को यह मंजूर नहींथा। दूसरी तरह यह भी बताया जा रहा है कि दुर्गेश ने शीला से सिटी में जमीन खरीदने के नाम पर तीस हजार रुपए उधार लिए थे, लेकिन जमीन नहीं खरीदी थी। साथ रहने और पैसा वापस न करने का दबाव बनाने पर दुर्गेश ने शीला को रास्ते से हटाने का प्लान बना डाला।

महिला की हत्या उसके पूर्व प्रेमी ने की थी। हत्यारे प्रेमी और उसके साथी को अरेस्ट कर लिया गया। उनके पास से पिस्टल, तमंचा और महिला के मोबाइल का सिम कार्ड भी बरामद हुआ है।

डॉ। एस। चनप्पा, एस.पी रूरल