ब्लैक लिस्टेड ठेकेदार को थापरनगर के नाले की बाउंड्री वॉल के निर्माण का मिला ठेका

पार्षद ने निगम की मेहरबानी पर उठाए सवाल, कार्रवाई की मांग की

पार्षद के आरोपों के बाद निगम ने मामले पर बैठाई जांच

Meerut. थापर नगर में नाले की बाउंड्री वॉल संबंधित पार्षद और निगम के बीच विवाद का कारण बनती जा रही है. नाले की बाउंड्री वॉल बनते समय क्षेत्र की पार्षद सुनीता प्रजापति ने संबंधित ठेकेदार और सनशाईन कंस्ट्रक्शन फर्म के खिलाफ बाउंड्री वॉल के निर्माण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल की निगम में शिकायत की थी. साथ ही पार्षद ने निगम से ये सवाल भी किया था कि निगम ने कैसे एक ब्लैक लिस्टेड फर्म और उसके ठेकेदार को बाउंड्री वॉल के निर्माण का ठेका दे दिया.

घटिया सामग्री का आरोप

दरअसल, गत वर्ष नगर निगम द्वारा थापरनगर नाले की सफाई का काम शुरू किया गया था. जिसके बाद चार माह पहले एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को बाउंड्री वॉल बनाने का ठेका दिया गया था. बाउंड्री वॉल निर्माण के दौरान घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग करने पर वार्ड पार्षद सुनीता प्रजापति ने ठेकेदार से विरोध करते हुए सही सामग्री प्रयोग करने को कहा था लेकिन ठेकेदार ने पार्षद की बात न मानते हुए काम जारी रखा.

ब्लैक लिस्टेड ठेकेदार को ठेका

नाले की बाउंड्री वॉल का निर्माण पूरा होने के बाद अब पार्षद ने नगर निगम के चीफ इंजीनियर से दीवार में निर्माण सामग्री की क्वालिटी जांच की मांग की है. पार्षद ने यह भी आरोप लगाया है समय से काम पूरा न करने और घटिया सामग्री प्रयोग करने के मामले में निगम ने पहले ही सनशाईन कंस्ट्रक्शन फर्म व उसके ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट किया था तो फिर निगम ने दोबारा कैसे उसी फर्म के ठेकेदार को नाले की बाउंड्री वॉल निर्माण का ठेका दे दिया.

बाउंड्री वॉल निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल करने पर ठेकेदार की शिकायत निगम से की थी. साथ ही शिकायत पत्र में निगम से भी ये पूछा था कि आपने कैसे एक ब्लैक लिस्टेड फर्म और उसके ठेकेदार को दोबारा ठेका दे दिया.

सुनीता प्रजापति, पार्षद

निर्माण कार्य में शिकायत मिली है. मामले की जांच की जा रही है. अगर निर्माण सामग्री की क्वालिटी सही नहंी मिली तो कार्रवाई की जाएगी.

जितेंद्र केन, चीफ इंजीनियर