-मकर संक्रांति पर उड़ेंगी हजारों पतंग, पतंगबाजी का है चलन

-शहर में होता है लाखों का बिजनेस

-प्रिंटेड पतंग और चाइनीज डोर की है अधिक डिमांड

GORAKHPUR: देशी नहीं बल्कि विदेशीं जमीं पर झंडा फहराने के बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब आसमां में उड़ेंगे। वह भी चाइना की डोर से। इस उड़ान में अकेले मोदी नहीं बल्कि अमिताभ बच्चन समेत कई बड़े सुपरस्टार भी है। एक साथ आसमां में उड़ते इन सेलिब्रेटी का नजारा देखने को मिलेगा मकर संक्रांति पर। मकर संक्रांति पर पतंगबाजी की मान्यता है। शहर के कई एरिया में पतंगबाजी को लेकर कॉम्प्टीशन भी होता है। इसको लेकर शहर की कई मार्केट सज गई है। जहां रंग-बिरंगी पतंगों के साथ डोर (मांझा) भी बिक रहा है। पतंगे तो देशी है, मगर डोर तो चाइनीज हो गई है। हालांकि ये डोर पतंग को आसमां में ले जाने से अधिक खतरनाक है। इसके कई नुकसान है, मगर फिर भी मार्केट में इसकी डिमांड अधिक है।

देशी पर भारी चाइनीज

पूरी तरह लोकल लेवल पर डिपेंड होने वाले इस बिजनेस पर भी अब चाइनीज हावी हो गई है। पतंग तो हालांकि लोकल लेवल पर भी बनाई जा रही है, मगर उसको उड़ाई जाने वाली डोर अब पूरी तरह चाइनीज हो चुकी है। सादा डोर से लेकर मांझा तक सब चाइनीज मिल रहा है। चाइनीज डोर सस्ती होने के साथ मजबूत और धारदार होने से आसमां पर लड़ने वाले दो पतंगों के पेंच में भारी पड़ती है। दुकानदार शिव प्रकाश ने बताया कि इस साल सिर्फ चाइनीज डोर ही बिक रही है। पहले बिकने वाली डोर को अब कोई खरीदना नहीं चाहता।

खतरनाक है ये डोर

एक्सपर्ट के मुताबिक पतंग उड़ाने का चलन मकर संक्रांति पर सदियों से है। मगर ये चलन प्रोफेशनल होने के साथ खतरनाक हो गया है। पतंग को कोई मांझा काट न सके, इसके लिए विभिन्न तरह की डोर के साथ उसे धारदार बनाने के लिए केमिकल और कांच का इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं चाइनीज डोर मार्केट में खूब बिक रहा है। क्योंकि ये काफी मजबूत डोर है। इस डोर की मजबूती का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अगर यह किसी के गले में फंस जाए तो घायल नहीं बल्कि जान भी ले सकता है। वहीं इस डोर से पतंग उड़ाने में हाथ की अंगुलियां जख्मी होना कॉमन है।

यह बिजनेस हर साल लगाता है चूना

मकर संक्रांति की तरह नागपंचमी, रक्षाबंधन और जन्माष्टमी में भी पतंगबाजी करने का चलन है। इस सीजन के आते ही सिटी के कई एरिया में मार्केट सज जाती है। जिसका हर सीजन में बिजनेस करीब क्0 लाख रुपए रहता है। मगर इस बिजनेस का न तो व्यापारी इनकम टैक्स भरते हैं और न ही सेल्स टैक्स। पिछले दो-तीन साल से मार्केट में चाइनीज डोर की बिक्री जबरदस्त हो रही है। मगर सेल्सटैक्स जीरो है। विभाग भी इस पूरे व्यापार से खुद को अनजान बनाए है।

वर्जन-

पतंग का बिजनेस क्ख् माह का नहीं होता है। स्पेशल फेस्टिवल के टाइम पतंग की डिमांड बढ़ती है। इस टाइम व्यापारी इसकी दुकान लगाते हैं। शहर में इसका बिजनेस काफी अच्छा है। इस साल मोदी, अमिताभ समेत ओबामा और देश के कई बड़े सेलिब्रेटी की फोटो वाली पतंग डिमांड में है। नॉर्मल पतंग काफी कम बिक रही हैं। वहीं चाइनीज डोर की डिमांड अधिक है। क्योंकि यह जल्द टूटती या कटती नहीं है।

शिवप्रकाश, शॉपकीपर

इन एरिया में सजती है दुकान

-रेती

-बिछिया

-जाफरा बाजार

-खूनीपुर

-इलाहीबाग

-नक्खास

-रुस्तमपुर

-बड़े काजीपुर

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इन पतंग की है डिमांड

-नरेंद्र मोदी

-अमिताभ बच्चन

-शाहरुख खान

-सलमान खान

-कैटरीना कैफ

-बराक ओबामा