वैज्ञानिकों की माने तो ऐसा होने की वजह यह है कि सोते समय दिमाग अधिक जानकारियां ग्रहण करने के लिए खुद को तैयार करता है.
‘यूनिवर्सिटी विस्कॉनसिन-मेडिसन’ के शोधकर्ताओं के मुताबिक जब व्यक्ति को अच्छी नींद नहीं आती तो उसका दिमाग नई और अधिक सूचनाओं को ग्रहण नहीं कर पाता. इस स्थिति में व्यक्ति चिड़चिड़ा और अक्षम महसूस करता है.
मनोचिकित्सक गिउलियो टोनोनी ने कहा कि नींद के समय दिमाग की गतिविधियां मजबूत हो जाती हैं और यह इस बात का संकेत है कि दिमाग अनावश्यक बातों को बाहर निकाल देता है.
उन्होंने कहा कि नींद के जरिए आप इस बात के लिए एक कीमत अदा करते हैं कि अगले दिन आपका दिमाग तरोताजा होगा, जिसमें बहुत कुछ नया ग्रहण किया जा सकेगा.
टोनोनी ने कहा कि अभी इस बात को लेकर कोई सहमति नहीं बनी है कि जानवरों को नींद लेने की जरूरत क्यों पड़ती है. अभी इसको लेकर कुछ अलग निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है