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PATNA : सुपर 30 के नाम पर स्टूडेंट्स का एडमिशन रामानुजम क्लासेस में किया जाता है। रामानुजम में बेसिक कोर्स के लिए हर स्टूडेंट्स से 33,040 रुपये लिए जाते हैं। एडमिशन के समय स्टूडेंट्स को एडुलिट सॉल्युशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की रसीद दी जाती है। अब सवाल यह है कि कंपनी किसकी है। इसके जवाब में आनंद कुमार की कमाई का सारा गणित छुपा हुआ है। जब हमने इस कंपनी की सारी डिटेल निकाली तो इस कंपनी के डायरेक्टर आनंद कुमार के भाई प्रणव कुमार निकले। यही नहीं प्रणव की नॉमिनी आनंद की मां जयंती देवी हैं। यह कंपनी जीएसटी लागू होने के एक महीने बाद 29 अगस्त 2017 को बनाई गई थी। इससे साफ जाहिर है कि रामानुजम की कमाई के लिए ही कंपनी का रजिस्ट्रेशन करवाया गया है।

ब्लैक मनी का खुला खेल

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के इन्वेस्टिगेशन में यह भी बात सामने आई है कि जीएसटी लागू होने के पहले रामानुजम में किसी तरह की कोई रसीद नहीं दी जाती है। तब बेसिक कोर्स की फीस 26000 रुपये थी। फीस का सारा पैसा कैश में लिया जाता था। इस फीस का ब्योरा स्टूडेंट्स के फॉर्म के पीछे दर्ज कर दिया जाता था। 2016-17 बैच में रामानुजम क्लासेस में लगभग 2000 स्टूडेंट्स पढ़ते थे। यानी रामानजुम क्लासेस की एक साल में 52 करोड़ रुपये की काली कमाई हुई। जिसका कोई रिकॉर्ड नहीं है।

सालाना कमाई 20 लाख से है अधिक

प्रणव की एडुलिट सॉल्युशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कई और राज से पर्दाफाश कर रही है। इस कंपनी का बनाया जाना और जीएसटी का पैसा वसूलना यह साफ जाहिर कर रहा है कि रामानुजम की कमाई सालाना 20 लाख से अधिक है। क्योंकि 20 लाख से नीचे के कारोबार को जीएसटी नंबर से मुक्त रखा गया है।

जीएसटी में गड़बड़झाला

स्टूडेंट्स को मिलने वाली एडुलिट सॉल्युशन प्राइवेट लिमिटेड की रसीद में 28 हजार रुपये फीस और 5040 रुपये जीएसटी के तौर पर लिए जाते हैं। जब इस रसीद की जांच इकोनॉमिक्स एक्सपर्ट से करवाई गई तो पता चला कि रसीद में जीएसटी नंबर ही नहीं है जो कि एक आर्थिक अपराध है। बच्चों से लिया जा रहा जीएसटी का पैसा सरकार के खाते में जमा हो रहा है या नहीं, यह भी एक जांच का विषय है।

प्रणव ने नहीं दिया जवाब

इन सवालों को लेकर कंपनी के मालिक प्रणव और सुपर 30 के संचालक आनंद से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने कॉल अटेंड नहीं किया। प्रणव को टेक्स्ट मैसेज के साथ वाट्सएप मैसेज भी किया गया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

1. 2017 में एडुलिट कंपनी डालने की क्या आवश्यकता पड़ गई?

2. आपकी कंपनी का जीएसटी नंबर क्या है?

3. अगर जीएसटी नंबर है तो रसीद में अंकित क्यों नहीं है?

4. बिना जीएसटी नंबर के रसीद पर पैसा लेना आर्थिक अपराध की श्रेणी में है इस पर आपका क्या कहना है?

5. आपकी कंपनी एडुलिट की सालाना इनकम क्या है?

6. एडुलिट कंपनी रजिस्टर्ड होने के पहले स्टूडेंट्स को किस फर्म की रसीद दी जाती थी?