मध्यम वर्गीय परिवार से थे नीलम संजीव रेड्डी

कानपुर। देश के छठे राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी  का जन्म 19 मई 1913 को आंध्र प्रदेश में अनंतपुर जिले के इलूर गांव में हुआ था।मध्यम वर्गीय परिवार से संबंधित नीलम संजीव रेड्डी की हाईस्कूल तक पढ़ाई मद्रास में हुई थी।

स्कूल में अध्यात्मिक माहौल से ज्यादा प्रभावित हुए थे

लोकसभा की वेबसाइट के अनुसार नीलम संजीव स्कूल के अध्यात्मिक माहौल से ज्यादा प्रभावित हुए थे। हालांकि स्कूल के बाद जब इन्होंने उच्च शिक्षा के लिए अनंतपुर के सरकारी आर्ट कॉलेज में दाखिला लिया तो इनकी दिशा बदल गई।  

नीलम संजीव रेड्डी ने एक नहीं कई रिकाॅडर् बनाए थे

नीलम संजीव युवावस्था में  देश को आजादी के लिए सत्याग्रह जैसे आंदोलनों में भी शामिल हुए। इसके आलावा इन्होंने राजनीति की दुनिया में कांग्रेस से जुड़ एक बड़ा नाम कमाया। नीलम संजीव रेड्डी ने एक नहीं कई रिकाॅडर् बनाए थे।

आन्ध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में चुने गए थे

नीलम संजीवा करीब बीस साल की उम्र में राजनीति में सक्रिय हो चुके थे। 1936 में यह  आन्ध्र प्रदेश कांग्रेस समिति के सामान्य सचिव निर्वाचित हुए थे। इसके अलावा 1956 में आन्ध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में चुने गए थे।

एक नहीं दो बार लोकसभा स्पीकर के पद पर चुने गए थे

नीलम संजीव रेड्डी एक नहीं दो बार लोकसभा स्पीकर के पद पर चुने गए थे। नीलम संजीव रेड्डी 1967 में और 1977 में इस पद पर आसीन हुए। इसके अलावा सबसे कम उम्र में राष्ट्रपति भवन पंहुचने वाले पहले शख्स हुए थे।

नीलम संजीव सबसे कम उम्र के राष्ट्रपति चुने गए थे

नीलम 1977 में 65 साल की उम्र में राष्ट्पति बने थे। आर वेंकटरामन और के.आर. नारायणन ने 77 साल, राजेंद्र प्रसाद और ज्ञानी जैल सिंह ने 66 वर्ष की उम्र में और फखरुद्दीन अली अहमद 69 साल की उम्र में राष्ट्रपति बने थे।

इन राष्ट्पतियों ने  70  की उम्र के बाद संभाला था पद

जाकिर हुसैन 70, एपीजे अब्दुल कलाम 71, सर्वपल्ली राधाकृष्णन और शंकर दयाल शर्मा 74, वी.वी. गिरि ने 75, प्रतिभा पाटिल 73 की उम्र में यह पद संभाला। वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद  भी 71 की उम्र इस पद पर आसीन हुए।

1जून 1996 में दुनिया को अलविदा कह दिया था

1977 से 1982 तक राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी संभालने वाले नीलम ने  मोरारजी देसाई, चरण सिंह और इंदिरा गांधी जैसे प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया था।नीलम ने 1जून 1996 को दुनिया को अलविदा कह दिया था।

 

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