कई बार हम कुछ बातों को सामान्य समझ कर नजरअंदाज कर देते हैं पर दरसल को इस गंभीर बीमारी की ही शुरूआत होती हैं। तो आइए सबसे पहले बतायें कि अल्जाइमर्स में क्या है सामान्य और क्या नहीं।

जाने क्या है सामान्य और क्या असामान्य

  1. अगर आप कभी कुछ नाम याद नहीं रखपाते तो ये सामान्य है पर अगर आप सामने वाले को पहचानने से ही इंकार कर दें तो ये असमान्य बात है खास कर किसी करीबी या बार बार मिलने वाले शख्स को।
  2. अगर आप अपनी दिनचर्या में इस्तेमाल होने वाली चीज को कहीं रख कर भूल जायें तो ये सामान्य है पर अगर आप ये भूल जायें कि रोज इस्तेमाल करने वाला कोई सामान जैसे टूथ ब्रश इस्तेमाल भी करना होता है या वो कैसे प्रयोग करें तो ये असमान्य है। आप अपनी चाबियां या रिमोट जैसी चीजें कहीं रख कर भूल जायें ये सामान्य है पर उन्हें किसी अस्वाभविक जगह जैसे फ्रिज या वाशिंग मशीन में रख कर भूल जायें और ऐसा बार बार हो तो ये असामान्य है।
  3. दिन या तारीख इत्तेफाक से भूल जाती है तो ये सामान्य है पर आप वक्त, मौसम और तारीखों का ट्रैक रख्ना और उन्हें याद रखना ही संभव लगे ये असामान्य है। कभी कभी बातचीत में आपको इस्तेमाल में सही शब्द याद नहीं आता ये सामान्य है पर आप बात करते करते विषय भूल जायें या बात करना ही भूल जायें या फिर उन्हीं शब्दों और बातों को बार बार दोहरायें ये असामान्य है।
  4. आप दिशा भटक जायें ये सामान्य है पर आप अपने जाने पहचाने इलाके में खो जायें ये असामान्य है। अपनी दिनचर्या में हुए परिवर्तन से आप इरिटेट हो जायें ये सामान्य है पर आप बिना किसी कारण के कन्फ्यूज, भयभीत, उत्तेजित और तनावग्रस्त हो जायें ये असामान्य है।
  5. आपका एकआध निर्णय गलत हो सकता है पर आप हर बार खुद को नुकसान पहुंचाने वाले और उचित फैसला ना लेने की आदत अपना लें ये सामान्य नहीं है। आप कभी कभी भीड़भाड़ से ऊब कर लोगों से मिलना जुलना पसंद नहीं करते लेकिन समाज से पूरी तरह कट जाना और अपने सारे शौक और पसंद से दूरी बना लेना असामान्य बात है।


अल्जाइमर को लेकर कई मिथ भी फैले हुए आइए आपको बताते हैं ऐसे ही कुछ खास भ्रांतियों के बारे में भी।

क्या है गलत

  1. अल्जाइमर सिर्फ उम्रदराज़ लोगों को ही हो सकता है ऐसा नहीं है कभी कभी 35 से 40 साल की उम्र के लोगों में भी ये रोग अपनी पकड़ बनाने लगता है।
  2. अल्जाइमर के लक्षणों को अक्सर बढ़ती उम्र का कारण मान लिया जाता है ये सही नहीं है। उम्र का आपकी याददाश्त और एनर्जी पर वैसा असर नहीं होता जो इस बीमारी की पहचान है।
  3. अल्जाइमर से मौत नहीं होती ये ख्याल भी गलत है। इस बीमारी में कई ऐसी परिस्थितियां और कारण बनते हैं जो जानलेवा हैं।
  4. इसका इलाज संभव है ये सोचने की भूल ना करें और शुरूवात में ही इस पर ध्यान दें। ताकि इसके प्रभावों को कम और धीमा किया जास सके।
  5. किसी खास किस्म बर्तन जैसे एल्युमिनियम, सिल्वर फीलिंग या एस्पार्टम में खाना खाने या रखने से होता है अल्जाइमर ये ख्याल पूरी तरह गलत है। ऐसा कोई भी अध्ययन सामने नहीं आया है जो किसी मैटल और मैअीरियल को अल्जाइमर का कारण बताता हो।

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