ये हैं वो अधिकारी
इन अधिकारियों के बारे में बता दें कि शुक्रवार शाम को कंपनी के एजीएम मल्लिकार्जुन, स्ट्रकचरल इंजीनियर प्रदीप साहा और एचआर (एडमिनिस्ट्रेशन) देवज्योति मजुमदार को गिरफ्तार किया गया है। इस पूरे मामले में अभी और भी कुछ गिरफ्तारियां संभव हैं। इस क्रम में कोलकाता पुलिस की एक टीम हैदराबाद भी पहुंच गई है। उधर, दूसरी ओर पश्चिम बंगाल सरकार ने फ्लाईओवर के निर्माण से जुड़े दो वरिष्ठ अभियंताओं को सस्पेंड कर दिया गया है। इसी बीच एक और चौंकाने वाली बात सामने आई है कि IVRCL आंध्र प्रदेश और यूपी में वर्षों पहले से ब्लैक लिस्टेड है।

कोलकाता पुलिस ने दी जानकारी
इस बारे में कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त (अपराध) देवाशीष बोराल ने जानकारी दी है। हिरासत में लिए गए अधिकारियों और    IVRCL के खिलाफ कोलकाता पुलिस ने भारतीय दंड विधान की धारा 304/308 एवं 407 (हत्या/ हत्या की साजिश/ आपराधिक विश्वासघात) के तहत मामला दर्ज किया है। कोलकाता स्थित कंपनी के तीन कार्यालयों को सील भी कर दिया गया है।

हादसे को महज दुर्घटना बताया
बात करें IVRCL कंपनी की तो एक दिन पहले ही निर्माणाधीन फ्लाईओवर हादसे को भगवान की मर्जी बताने वाली फ्लाईओवर निर्माण में जुटी हैदराबाद आधारित कंपनी ने हादसे को महज एक दुर्घटना करार दिया है। वहीं दूसरी ओर हादसे के पीछे बम विस्फोट का भी संदेह जताया जा रहा है। शुक्रवार को हैदराबाद में आयोजित हुए एक संवाददाता सम्मेलन में कंपनी की लीगल टीम की प्रमुख पी. सीता ने कहा है कि कोलकाता में निर्माणाधीन विवेकानंद फ्लाईओवर के एक हिस्से का ढह जाना महज हादसा है।

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