कुलभास्कर आश्रम डिग्री कॉलेज में दिखा दिलचस्प नजारा

-बीए तृतीय वर्ष दर्शनशास्त्र की परीक्षा देने पहुंचे दीनानाथ शुक्ला

ALLAHABAD: कहते हैं कि पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती। ऐसी ही एक मिसाल कायम की है 72 वर्षीय दीनानाथ शुक्ल ने। बुधवार को कुलभास्कर आश्रम डिग्री कॉलेज में एग्जाम देने पहुंचे बुजुर्ग दीनानाथ चर्चा का विषय बन गए। आलम यह रहा है कि लोग यकीन करने को ही तैयार नहीं थे। बड़ी मुश्किल से लोगों को यकीन हुआ कि वह बुजुर्ग सच में बीए का एग्जाम देने आए हैं। इसके बाद तो युवा उनसे तरह-तरह के सवाल पूछकर अपनी जिज्ञासा शांत करते नजर आए।

11 से 02 बजे तक दिया एग्जाम

इन दिनों छत्रपति साहू जी महाराज कानपुर विश्वविद्यालय की परीक्षाएं चल रही हैं। बुधवार को भी कानपुर यूनिवर्सिटी की परीक्षा थी। इसके लिए कुलभास्कर आश्रम डिग्री कॉलेज को परीक्षा केन्द्र बनाया गया था। यहां पुराना अल्लापुर के रहने वाले 72 वर्षीय बुजुर्ग दीनानाथ शुक्ला पुत्र राम खेलावन शुक्ला बीए तृतीय वर्ष का एग्जाम देने पहुंचे थे। उनकी दर्शनशास्त्र विषय की परीक्षा होनी थी। परीक्षा का समय सुबह 11 बजे से दोपहर 02 बजे तक का था।

एडमिट कार्ड चेक किया तब दूर हुआ भ्रम

दीनानाथ शुक्ल कॉलेज में परीक्षा देने पहुंचे तो एंट्री गेट से लेकर परीक्षा कक्ष तक वे कौतूहल का विषय बने रहे। किसी को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि इतना बुजुर्ग व्यक्ति परीक्षा देने आया है। जब उनका एडमिट कार्ड चेक किया गया तब जाकर भ्रम दूर हुआ। वहीं परीक्षा कक्ष में भी कक्ष निरीक्षक के रूप में इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय सम्बद्ध महाविद्यालय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ। आरए अवस्थी की ड्यूटी थी। डॉ। अवस्थी को भी पहले यकीन नहीं हुआ कि दीनानाथ जी परीक्षार्थी हैं। ऐसे में उन्होंने सभी तरह की क्वैरी की। जिसके बाद दीनानाथ जी को परीक्षा देने का अवसर प्रदान किया गया।

सोसायटी को देना चाहते हैं मैसेज

परीक्षा से पहले और परीक्षा के बाद तक दीनानाथ शुक्ला युवा परीक्षार्थियों से घिरे रहे। सभी को यह जानने में दिलचस्पी थी कि आखिर वे बीए की पढ़ाई क्यों कर रहे हैं? इस बारे में डॉ। आरए अवस्थी ने बताया कि परीक्षार्थी दीनानाथ से उन्होंने बात की तो उन्होंने बताया कि वह पूर्व इंजीनियर हैं और बीए की परीक्षा शौक में दे रहे हैं। इसके पीछे उनका मकसद सोसायटी को मैसेज देना भी है। इस दौरान दीनानाथ शिक्षकों और छात्रों से लगातार फर्राटेदार अंग्रेजी में बात करते रहे।