आपदा प्रबंधन ने बनाया हाइटेक कंटोल रूम

प्रत्येक एंबुलेंस को दिया गया यूनीक आईडी कोड

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PRAYAGRAJ: समय के साथ विभाग सीख लेते हैं। कुंभ मेला इसका सबसे बडा उदाहरण है। पिछले दिनों दिगंबर अखाड़े में लगी आग के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अपनी व्यवस्था को एक कदम आगे बढा लिया है। विभाग का दावा है कि मेले में कोई अनहोनी होती है तो तीन मिनट के भीतर एंबुलेंस स्पॉट पर पहुंचेगी। इसके लिए आपदा प्रबंधन ने हाईटेक कंटोल रूम भी विकसित किया है, जो बुधवार से काम करने लगा है।

पता चल जाएगा कि कहां है कौन सी एंबुलेंस
आपदा प्रबंधन विभाग ने प्रत्येक एंबुलेंस को यूनीक आईडी कोड जारी किया है। कुंभ मेले में कुल 86 एंबुलेंस हैं और अब इन नंबर्स से पता चल जाएगा कि कौन सी एंबुलेंस स्पॉट पर है और कौन सी मूव कर रही है। इतना ही नहीं, कंटोल रूम में सभी सेक्टर का नक्शा लगाया गया है। प्रत्येक सेक्टर में एंबुलेंस के लिए ए, बी और सी तीन मार्ग बांटे गए हैं.किसी अनहोनी पर एंबुलेंस को तीनों मार्ग से मूव कराया जा सकेगा। पिछले दिनों हुई घटना के बाद तेजी से यह बदलाव किए गए हैं।

सभी में लग गया है वायरलेस
इसके अलावा प्रत्येक एंबुलेंस में वायरलेस सेट किया गया है। यह सभी एक ग्रिड पर काम कर रहे हैं। कंट्रोल रूम द्वारा दी गई सूचना सभी एंबुलेंस को एक साथ मिल जाएगी.इसके पहले सभी को अलग-अलग सूचित करना पडता था। कंट्रोल रूम में हर एक एंबुलेंस में लगाए गए स्टाफ का ब्यौरा भी शामिल किया गया है। इससे पता चल जाएगा कि किस एंबुलेंस में ड्राइवर और पैरामेडिकल स्टाफ कौन है.अधिकारियों ने बताया कि 86 में से आठ एंबुलेंस एएलएस हैं। इनमें एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम लगाया गया है। चार एंबुलेंस को सेंट्रल हॉस्पिटल में खडा किया गया है। आपदा विभाग का कंटोल रूम भी सेंटल हॉस्पिटल में बना है।

वर्जन

यह हमारी उपलब्धि है कि महज तीन मिनट में स्पॉट पर एंबुलेंस पहुंच जाएगी। हमने प्रत्येक सेक्टर पर वैकल्पिक मार्ग बनाए हैं। इस कुंभ में यह पहली प्रयोग किया है। किसी भी घटना से निपटने को हम पूरी तरह तैयार हैं।
-डॉ ऋषि सहाय, प्रभारी आपदा प्रबंधन स्वास्थ्य विभाग

शासन का आदेश है कि आपदा प्रबंधन को अधिक से अधिक एडवांस और मजबूत तरीके से तैयार किया जाए। हमारा प्रयास उस दिशा में चल रहा है। जल्द ही कुछ नई प्लानिंग को भी शामिल किया जाएगा।
-डॉ एके पालीवाल, अपर निदेशक हेल्थ