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-तीन मंजिला म्यूजियम के निर्माण में लगेंगे ढाई सौ करोड़ से अधिक रुपए

-शासन ने बजट को दी हरी झंडी, वर्क शुरू कराने की तैयारी में जुटे अफसर

dhruva.shankar@inext.co.in

ALLAHABAD: संगम की रेती पर लगने जा रहे कुंभ मेला का वैभव इलाहाबाद ही नहीं, पूरी दुनिया देखेगी। यूनेस्को से कुंभ मेला को सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किए जाने के बाद इसकी महत्ता और भी बढ़ गई है। आने वाले भक्तों को मेले में संगम नोज से अरैल की ओर ढाई सौ करोड़ रुपए से अधिक की लागत से कलशनुमा तीन मंजिला शानदार म्यूजियम बनाया जाएगा। निर्माण के लिए शासन नेबजट की स्वीकृति दे दी है।

योजना को अब मिली मंजूरी

देश-विदेश के पर्यटकों को कुंभ का वैभव दिखाने के लिए पर्यटन विभाग ने म्यूजियम तैयार करने की महत्वाकांक्षी योजना पिछले वर्ष सितंबर महीने में बनाई थी। इसके अगले महीने प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या व पर्यटन मंत्री डॉ। रीता बहुगुणा जोशी की स्वीकृति के बाद उसे मंजूरी के लिए केन्द्र सरकार के पास भेजा गया था। लेकिन नगरीय निकाय चुनाव और फूलपुर लोकसभा के उपचुनाव की वजह से मंजूरी अधर में लटकी रही। लेकिन योजना के बजट को अप्रैल के पहले सप्ताह में मंजूरी मिल गई।

हर मंजिल की होगी अलग खासियत

पर्यटन विभाग की महत्वाकांक्षी योजना के अन्तर्गत कलश के आकार की तीन मंजिला बिल्डिंग बनाई जाएगी। इसकी हर मंजिल पर्यटकों का न केवल आकर्षित करेगी बल्कि उसका अलौकिक एहसास भी कराएगी।

पहली मंजिल

देश के अखाड़ों का नाम उसका इतिहास, हरिद्वार, नासिक व उज्जैन कुंभ के इतिहास की जानकारी अनोखी चित्रकारी के साथ दिखाई जाएगी। जहां-जहां कुंभ मेले का आयोजन होता है उसकी डिजिटल डॉक्यूमेंट्री भी प्रदर्शित करने की योजना बनाई गई है।

दूसरी मंजिल

देश की महान विभूतियों की मोम की मूर्तियां लगाई जाएगी।

तीसरी मंजिल

इस मंजिल पर यहां आने वालों के लिए फूड प्लाजा व ऑडिटोरियम बनाया जाएगा।

100 फीट ऊंचा म्यूजियम बनाया जाएगा अरैल में त्रिवेणी पुष्प के बगल की पांच एकड़ जमीन पर।

283 करोड़ बजट भेजा गया है इसके लिए।

02 एकड़ में कलश के आकार की तीन मंजिला बिल्डिंग होगी।

03 एकड़ जमीन को आरक्षित किया जाएगा

कुंभ को देखते हुए विभाग ने महत्वाकांक्षी योजना पर प्रस्ताव बनाया था। चुनाव की अधिसूचना की वजह से समय-समय पर रुकावट आती रही। टेंडर निकालने व कंपनी का चुनाव करने जैसी औपचारिकता जल्द ही पूरी कराकर योजना पर कार्य कराया जाएगा।

-अनुपम श्रीवास्तव, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी