पिता के घर में लगा ली फांसी, छह महीने पहले लौट आई थी ससुराल से

भाई ने लगाया दहेज के लिए प्रताडि़त करने का आरोप

ALLAHABAD: कोतवाली एरिया के बादशाही मंडी में मंगलवार को दिल दहलाने वाला वाकया सामने आया। 28 साल की क्षमा श्रीवास्तव ने डेढ़ साल के बच्चे को बिलखता छोड़ पिता के घर में फांसी लगा ली। काफी देर तक बच्चा चुप नहीं हुआ तो उसकी मां रीता देवी देखने के लिए कमरे में पहुंची। रीता देवी ने दरवाजा खोला तो उनके पांव तले जमीन ही खिसक गई। नाती बेड पर बिलख रहा था और उनकी बेटी फांसी पर लटक रही थी। उसने पंखे के चुल्ले पर दुपट्टे से फांसी लगाई थी। सुबह कोतवाली थाने की पुलिस को खबर दी गई तो शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया गया। क्षमा के घर वालों ने उसे दहेज के लिए प्रताडि़त करने और घर से निकालने का आरोप लगाया है।

छह महीने से थी मायके में

क्षमा की शादी पांच साल पहले नैनी के महेवा के धीरज श्रीवास्तव से हुई थी। छह महीने पहले वह बादशाही मंडी स्थित पिता अशोक सिन्हा के घर आ गई थी। आरोप है कि ससुराल वाले शादी के बाद से ही उसे दहेज के लिए प्रताडि़त करने लगे थे। उसको मायके भेज दिया गया और कहा गया कि जब तक वह रुपए का इंतजाम नहीं कर लेती, पिता के घर में ही रहे। अशोक कौशांबी जिले के भरवारी के एक डिग्री कॉलेज में मैनेजमेंट का काम देखते हैं। वह मूलरूप से झारखंड के रहने वाले हैं। क्षमा मायके वापस आने के बाद से काफी परेशान थी। वह लगातार सोचती रहती थी। सोमवार को उसने परिवार के साथ ही खाया लेकिन गुमसुम सी थी। छोटे भाई जय किशन ने बताया कि खाना खाने के बाद वह बेटे को लेकर अपने कमरे में चली गई। क्षमा का बेटा काफी देर तक रोता रहा तो रात ढाई बजे के आसपास उसकी मां की नींद खुल गई। वह देखने गई कि नाती रो क्यों रहा है तो उनको बेटी की फांसी पर लटकती लाश मिली। कुछ देर तक तो वह कुछ बोल ही नहीं पाई। जब उन्होंने रोना शुरू किया तो पति व बेटा भी वहां पहुंच गए। शव को पंखे से उतारा गया। क्षमा की सांसें थम चुकी थीं। आशंका है कि उसने काफी देर पहले ही फांसी लगा ली थी। इस मामले में अभी पुलिस को तहरीर नहीं दी गई है। पुलिस को उसके कमरे से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। कोतवाली इंस्पेक्टर का कहना है कि तहरीर मिलने पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।