लेजर लाइट के जरिये होगा प्रदर्शित, शहर के हर इंट्री प्वाइंट से दिखेगा

ALLAHABAD: मिर्जापुर या मध्य प्रदेश की तरफ से आ रहे हैं तो नैनी, गोरखपुर-वाराणसी की तरफ से आ रहे हैं तो अंदावां मोड़, लखनऊ-प्रतापगढ़ की तरफ से आ रहे हैं तो फाफामऊ और दिल्ली-कानपुर की तरफ से आ रहे हैं तो पुरामुफ्ती से कुंभ भी भव्यता की झलक आपको देखने को मिल जाएगी। यह काम प्रशासन नहीं बल्कि रेलवे कराएगा। रेलवे ने लेजर लाइट के जरिए कुंभ कलश को डिस्प्ले करने का फैसला लिया है। इसकी डिस्टेंस को इतना रखा जाएगा कि यह सिटी में इंट्री के किसी भी प्वाइंट से आसानी से दिख जाए।

रेलवे बोर्ड को भेजेंगे प्रस्ताव

इसी साल प्रशासन ने माघ मेले के दौरान लेजर लाइट शो का आयोजन किया था। 18 जनवरी को हुए शो के दौरान गंगा के पानी में बेस बनाकर रामायण का प्रदर्शन किया गया था। यह इलाहाबाद में होने वाला इस तरह का पहला आयोजन था जिसे बेहद सराहा गया। इसी से रेलवे ने कांसेप्ट लिया कि दारागंज स्टेशन के ऊपर बेस बनाकर कुंभ का लोगो डिस्प्ले किया जाय तो यह यूनीक और अट्रैक्टिव होगा। डीआरएम संजय कुमार पंकज ने बताया कि इसका खाका और एक्सपेंसेज डिटेल तैयार किया जा रहा है। एक-दो दिन के भीतर इसे रेलवे बोर्ड को भेज दिया जाएगा। उन्होंने उम्मीद जतायी कि इसे एप्रूवल जरूर मिल जाएगा।

रेलवे भी कुंभ मेल को भव्य और दिव्य बनाने की कोशिशों में लगा है। इसी के तहत यह प्लान किया गया है। हमें पूरा भरोसा है कि रेलवे बोर्ड इसे एप्रूवल दे देगा।

संजय कुमार पंकज, डीआरएम

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आयोजक को चोरों ने लगा दी चपत

18 जनवरी को संगम पर आयोजित हुए लेजर लाइट शो को पब्लिक ने खूब सराहा लेकिन चोरों ने साख को बट्टा लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। फ्यूचर ग्रुप को इसके लिए हायर किया गया था। ग्रुप ने गंगा में बेस बनाकर लेजर रेज छोड़ने वाली मशीन को इंस्टॉल किया था। रात में मशीन हटायी नहीं जा सकी और सुबह पता चला कि यह गायब हो चुकी है। काफी कोशिश के बाद भी इसका कुछ पता नहीं चला। करीब दस दिन पहले दारागंज थाना में इसकी रिपोर्ट दर्ज करायी गयी। मशीन की कास्ट 50 लाख से ऊपर बतायी जा रही है।