RANCHI:चान्हो प्रखंड के पतरातू में लखन महतो की मौत के बाद डीसी रांची राय महिमापत रे के निर्देश पर गठित दो सदस्यीय टीम ने पूरे मामले की जांच की। टीम में परियोजना निदेशक, आईटीडीए अवधेश पांडेय एवं जिला कृषि पदाधिकारी अशोक कुमार सिन्हा शामिल थे। टीम ने परिजनों और आसपास के लोगों से पूछताछ की एवं घटनास्थल का जायजा लिया।

न था कर्ज, न किया सुसाइड

अवधेश पांडे ने बताया कि पूछताछ में लोगों ने कहा कि लखन महतो नशापान करता था और कुएं में गिरने से पहले भी उन्होंने नशा किया था। लोगों ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि नशे की हालत में लखन कुएं में गिरा और उसकी मौत हो गयी। अवधेश कुमार ने बताया कि आसपास के लोगों, परिजनों और मुखिया ने लखन पर किसी तरह का कर्ज होने और आत्महत्या करने की बात से इनकार किया।

बेटे ने कहा-नहीं है कोई दोषी

लखन महतो के बेटे के द्वारा चान्हो थाना में मामला दर्ज कराया गया है जिसमें पिता की मौत का कारण कुएं में डूबने से होने का जिक्र है। लखन के बेटे ने एफआईआर में कहा है कि उसके पिता की मौत में किसी का दोष नहीं है। परिजनों और आसपास के लोगों से पूछताछ करने के बाद जांच टीम में शामिल अवधेश पांडे ने बताया कि लखन महतो को मनरेगा के तहत 17-18 में एक कुआं मिला था। 15 दिसंबर 2017 को इससे संबंधित एग्रीमेंट हुआ था और जनवरी 2018 से उन्होंने काम शुरु किया था। आज के दिन में कुआं पूर्ण है, कुएं के जगत में 13 जुलाई 2019 खुदा हुआ है, इससे प्रतीत होता है कि कुएं का काम 13 जुलाई को पूर्ण हुआ है।

कुआं बनाने को मिले थे 3.54 लाख

कुएं के निर्माण के लिए कुल 3 लाख 54 हजार में 2 लाख 1 हजार 554 रुपये लखन को मिल चुका है। 23 जुलाई को उन्हें 49 हजार और मिले हैं। घर की आर्थिक स्थिति बुरी नहीं है। खेत में करैला और अदरक की अच्छी खेती है। घर पक्का है, घर में 30 किलोग्राम अनाज की बोरी है जो पिछले सप्ताह डीलर के यहां से उठाया गया था। लखन महतो के घर में पानी की भी अच्छी व्यवस्था है।