कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Lal Bahadur Shastri Death Anniversary : लाल बहादुर शास्‍त्री जवाहर लाल नेहरू के बाद भारत के दूसरे प्रधानमंत्री रहे हैं। प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने 18 महीने भारत की सत्ता संभाली थी। लाल बहादुर शास्‍त्री अपनी सादगी भरा जीवन जीने, ईमानदारी और सच्‍चे राष्ट्रवाद के लिए लोगों के बीच याद किए जाते हैं। देशवासियों के लिए खुद का जीवन समर्पित करने वाले लाल बहादुर शास्त्री में लालच की भावना नहीं रही। वह अपने शरीर पर होने वाले खर्च का भी हिसाब रखते थे। उनको लगता था कि जो उन पर खर्च हो रहा है कि उससे कितने देशवासियों को फायदा होगा। लाल बहादुर शास्‍त्री की सादगी व समर्पण की वजह से आज भी बड़ी संख्या में लोग उनके विचारों को अपने जीवन में अपनाते हैं।

कानून का सम्मान किया जाना चाहिए
हर व्यक्ति द्वारा कानून का सम्मान किया जाना चाहिए ताकि हमारे लोकतंत्र की बुनियादी संरचना बरकरार रहे।

आजादी की जिम्मेदारी सबकी
स्वतंत्रता का संरक्षण केवल सैनिकों का काम नही है। इसके लिए पूरे देश को मजबूत होना होगा।

छूत-अछूत की भावना नही होनी चाहिए
यदि कोई भी व्यक्ति हमारे देश में अछूत कहा जाता है तो हमें अपना सर शर्म से झुकाना पड़ेगा।

lal bahadur shastri death anniversary : खुद पर होने वाले खर्च का भी रखते थे हिसाब,पढ़ें सादगी के प्रतीक शास्‍त्री जी के 10 अनमोल विचार


प्रशासन की समाज के प्रति जिम्मेदारी
मेरी समझ से प्रशासन का मूल विचार यह है कि समाज को एकजुट रखा जाये ताकि वह विकास कर सके और अपने लक्ष्यों की तरफ बढ़ सके।

एकता और एकजुटता समाज के लिए जरूरी
हमारी ताकत और स्थिरता के लिए हमारे सामने जो ज़रूरी काम हैं उनमे लोगों में एकता और एकजुटता स्थापित करने से बढ़ कर कोई काम नहीं है।

देश के प्रति निष्ठा सर्व प्रथम होनी चाहिए
देश के प्रति निष्ठा सभी निष्ठाओं से पहले आती है और यह एकदम पूर्ण निष्ठा है।

समस्त विश्व के लिए शांति की कामना जरूरी
हम सिर्फ अपने लिए ही नहीं बल्कि समस्त विश्व के लिए शांति और शांतिपूर्ण विकास में विश्वास रखते हैं

lal bahadur shastri death anniversary : खुद पर होने वाले खर्च का भी रखते थे हिसाब,पढ़ें सादगी के प्रतीक शास्‍त्री जी के 10 अनमोल विचार


सच है आखिरी में जनता ही मुखिया होती
जो शासन करते हैं उन्हें देखना चाहिए कि लोग कैसी प्रतिक्रिया करते हैं। लोकतंत्र में आखिरी में जनता ही मुखिया होती है।

स्वराज प्राप्त करने के बेहतरीन तरीके
लोगों को सच्चा लोकतंत्र या स्वराज कभी भी असत्य और हिंसा से प्राप्त नहीं हो सकता है।

इन सबसे बड़े दुश्मनों से लड़ना चाहिए
आर्थिक मुद्दे हमारे लिए सबसे जरूरी हैं, और यह बेहद महत्त्वपूर्ण है कि हम अपने सबसे बड़े दुश्मन गरीबी और बेरोजगारी से लड़ें।

National News inextlive from India News Desk