- पॉलिटिक्स की बिसात पर तीर, लालटेन, कमल और हाथ में मच रहा घमासान
- दूसरी पार्टियों से आए बागी नेताओं को मिल रहा है फटाफट टिकट
- गठबंधन के लिए सात सीट के साथ बीजेपी में शामिल हो गई लोजपा
PATNA : पॉलिटिक्स की बिसात बिछ चुकी है। घोड़े ने अपना ढाई घर चलना शुरू कर दिया है, तो हाथी सीधे राजा और मंत्री को मारने के लिए तैयार है। प्यादा को कमजोर नहीं समझना चाहिए। इसकी नजर सीधे राजा की कुर्सी पर लगी है। लोकतंत्र है, इसलिए राजा जी थोड़े परेशान हैं। अब ऐसे प्यादों पर वो जोर आजमाइश करने में लगे हैं जिसके अंदर हाथी की मजबूती, घोड़े सी चाल और मंत्री सा दिमाग काम कर रहा है। हर पार्टी के राजा ऐसे प्यादों को अपनी ओर खींचने में लगे हैं, तो पांच साल से प्यादागिरी कर रहे लोग भी सीधे राजा जी से मिलकर ताज अपने सिर बांधने की जुगत भिड़ा रहे हैं। लोकसभा इलेक्शन का बिगुल बजने के साथ ही जेडीयू, बीजेपी, कांग्रेस, राजद, एलजेपी में ऐसा घमासान मचा कि भीड़ बढ़ गयी है। हर दिन शाम होते-होते मामला तूल पकड़ लेता है।
राजद के बागी को जेडीयू में सम्मान
लोकसभा इलेक्शन की दस्तक के साथ ही राजद के क्फ् एमएलए को तोड़ दिया गया। इसके बाद दिल्ली से पटना आए लालू यादव ने बागी एमएलए को मनाते हुए दस को किसी तरह घर में वापस लाए और फिर जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हो गयी। राजद को दूसरा झटका एलजेपी ने दिया। रामविलास पासवान ने राजद से सीट की लड़ाई में साथ छोड़ कर एक बार फिर से बीजेपी का दामन थाम लिया और सात सीट पर अपनी उम्मीदवारी जमा ली। जब तक राजद राम विलास की पीड़ा भूलता कि गुलाम गौस ने जेडीयू का दामन थाम लिया और ऐसी संभावना है कि उन्हें जेडीयू की ओर से मधुबनी से टिकट मिल सकता है। वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अघ्यक्ष रहे महबूब अली कैसर भी लोजपा में शामिल हो गए।
पप्पू ने दी खुशी, तो झा ने छोड़ा दामन
राम कृपाल भी पाटलिपुत्रा सीट को लेकर नाराजगी दिखाते हुए फाइनली राजद से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए। उन्हें पाटिलपुत्रा से ही चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है। वहीं राजद के घर पप्पू यादव के आने से खुशी है। मधेपुरा से पप्पू को राजद का प्रत्याशी बनाया गया है। कांग्रेस राजद गठबंधन का इस पर असर पड़ेगा, क्योंकि सुपौल लोकसभा क्षेत्र से रंजीता रंजन उतर रही हैं। पिछली दफा प्रकाश झा लोजपा से मोतिहारी में उतरे थे, पर इस बार जेडीयू से मोतिहारी में उतरने वाले हैं। वहीं जेडीयू से बेगूसराय सांसद मोनाजिर हसन ने लोकसभा सीट से अपनी उम्मीदवारी में पांव पीछे कर लिए हैं।
इनके दोनों हाथों में लड्डू
राम कृपाल यादव - राजद से बीजेपी में - पाटलिपुत्रा
पप्पू यादव - राजद - मधेपुरा
गुलाम गौस - राजद से जेडीयू में - मधुबनी
नवल किशोर यादव - जेडीयू से बीजेपी में, यहां भी हो सकते हैं बागी - पाटलिपुत्रा
प्रकाश झा - लोजपा से जेडीयू में - मोतिहारी
विजेंद्र चौधरी - जेडीयू से बागी
पूनम यादव - जेडीयू से बागी
अबु कैसर : राजद से जदयू में - भागलपुर
महबूब अली कैसर : कंाग्रेस से लोजपा में
भगवान सिंह कुशवाहा : जदयू से राजद में
सुशील कुमार सिंह : जदयू से भाजपा में
छेदी पासवान : जदयू से भाजपा में
विजय सिंह कुशवाहा : जदयू से भाजपा में
शकुनी चौधरी : राजद से जदयू में
देवेंद्र यादव : सजद-डी से जदयू में
अनिल कुमार : राजद से जदयू में
रेणु कुशवाहा : भाजपा से जदयू में
कृष्णा यादव : जदयू से राजद में
वीरेंद्र चौधरी : जदयू से भाजपा में
कैप्टन जयनारायण निषाद : जदयू से भाजपा में
अवनीश कुमार : भाजपा से जदयू में
मंगनीलाल मंडल : जदयू से राजद में
देवेश चंद्र ठाकुर : जदयू से बागी
जाकिर हुसैन : लोजपा से जदयू
परवीन अमानुल्लाह : जदयू से आप में