- नीतीश ने दी सफाई कहा, बीजेपी को कहा था सांप
- बीजेपी ने कहा, बोये पेड़ बबूल का तो आम कहां से होय
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PATNA: कभी नीतीश कुमार ट्वीटर को चींचींचेंचेंकहकर मजाक उड़ाया करते थे, लेकिन जब दूसरों को निशाने पर लेने की बारी आई तो इसी ट्वीटर पर उन्होंने अपनी चींचीं राग छेड़ा। उनके ट्वीट ने राजनीति में बवाल खड़ा कर दिया।
आस्क नीतीश ने मुसीबत में डाला
नीतीश ने रहीमदास के दोहे की पंक्ति चंदन विष व्यापत नहीं, लिपटे रहत भुजंग ट्वीटर पर लिखा था। नीतीश कुमार ने ये जवाब आस्क एक यूजर सुनील वी चांडक के सवाल पर दिया था। सवाल था कि आप लालू जी के संग हैं और अगर चुनाव में उन्हें ज्यादा सीटें मिलती हैं तो आप कैसे सुशासन दे सकेंगे? जिसके जवाब में नीतीश ने कहा- जो रहीम उत्तम प्रकृति, का करी सकत कुसंग, चन्दन विष व्यापत नहीं, लिपटे रहत भुजंग।
सवाल पूछने वाला दुष्ट
रहीम के दोहे से नीतीश कुमार ने लालू पर सीधा निशाना साधा। बात जब लालू प्रसाद तक गई तो लालू प्रसाद ने सवाल पूछने वाले को दुष्ट बता दिया। बाद में नीतीश कुमार ने अपने ट्वीट पर सफाई दी और कहा कि उन्होंने लालू नहीं बीजेपी के बारे में कहा था।
बीजेपी ने नीतीश को घेरा
एक्स सेन्ट्रल मिनिस्टर व राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि नीतीश के इस ट्वीट का जवाब आरजेडी को देना चाहिए। नीतीश आखिर किसे अपमानित करना चाहते हैं और ट्वीट के जरिए उन्होंने किसे भुजंग बताने की कोशिश की है।
केसी त्यागी भी सामने आए
ट्वीट ने हंगामा मचाया तो जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी भी सामने आए। उन्होने कहा कि चंदन नीतीश कुमार हैं और बीजेपी भुजंग हैं। क्भ् साल साथ रहने के बावजूद बीजेपी के दुर्गुण नीतीश कुमार में नहीं आया।
तो आम कहां से होय: गिरिराज
सेन्ट्रल मिनिस्टर गिरिराज सिंह ने नीतीश के ट्वीट पर कहा कि नीतीश ने जब बबूल का पेड़ बोया है तो उसमें आम कहां से होगा। नीतीश ने मान लिया है कि जंगल राज टू की शुरुआत हो गई है। लालू कह रहे हैं कि हम कोई भी जहर पीने को तैयार हैं तो नीतीश कह रहे हैं कि हम चंदन हैं।
अपने मुंह मियां मिठू
आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह, नीतीश कुमार पर प्रहार करते रहे हैं। वे लालू - नीतीश के साथ जाने के भी खिलाफ थे। इस मौके पर वे चुप रहते तो धार कम नहीं जाती। उन्होंने कहा, नीतीश कुमार अपने मुंह मियां मिठू बन रहे हैं। यह ट्वीट नहीं ट्वीस्ट है। उन्होने कहा कि नीतीश कुमार भूल गए हैं कि वो आरजेडी के समर्थन के कारण ही अब तक बचे हुए हैं। आरजेडी समर्थन नहीं करता तो नीतीश कुमार कभी के खत्म हो जाते। लालू प्रसाद ने पहले ही कह दिया था कि हम बीजेपी को हटाने के लिए कोई भी जहर पीने को तैयार हैं।
ये मायने भी निकाले गए
राजनीतिक बयानबाजी के खूब मतलब निकालने की परंपरा है बिहार में। नीतीश कुमार ने रहीम कवि का दोहा ट्वीट किया तो ये भी मायने निकाले गए कि कहीं नीतीश अनंत सिंह, सुनील पांडेय के बारे में तो नहीं कह रहे कि उनको साथ रखकर भी वे चंदन बने रहे। खुशबू बिखरते रहे। जैसे सांप के लिपटे रहने के बावजूद चंदन खुशबू बिखेरता रहता है।
फंसा दिया टीम प्रशांत ने
इस बात की खूब चर्चा रही कि नीतीश कुमार को टीम प्रशांत ने फंसा दिया। ज्यादातर जवाब इंग्लिश में है जबकि ये दोहा हिन्दी में। जवाब सोच-समझ कर दिया गया है।